


श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 9 फरवरी 2023। शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट प्रस्तुत करेगें और बजट से ठीक पहले श्रीडूंगरगढ़ में पिछले 20 दिनों से चल रहे आंदोलन के मंच से सरकार को दो टूक संदेश दिया गया है। सरकार खुद ही तय करें कि बजट के बाद उसे क्षेत्र की जनता से धन्यवाद लेना है या उग्र आंदोलन। श्रीडूंगरगढ़ रेलवे फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन के 20 दिन एवं क्रमिक अनशन के छठें दिन सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र स्वामी एवं विक्रमसिंह कोटडिया अनशन पर रहे। दोनों का धरनास्थल पर माल्यापर्ण कर अभिनंदन किया गया। समिति संयोजक श्यामसुंदर आर्य ने दस फरवरी को बजट पेश करने तक इंतजार करने की बात कही एवं बजट में जनता की समस्या का समाधान करते हुए रेलवे ओवरब्रिज बनाने की घोषणा नहीं करने पर रणनीति बदलते हुए उग्र आंदोलन किया जाएगा। भारतीय किसान संघ के तोलाराम जाखड़ ने सरकार को इस मांग पर संवेदनशीलता नहीं दिखाने पर उग्र आंदोलन के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी। वहीं दुसरी और इस आंदोलन को हर दिन सर्मथन बढ़ रहा है, गुरूवार को इस आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद, नागरिक विकास परिषद, महापुरूष समारोह समिति आदि सामाजिक संस्थाओं ने भी सर्मथन दिया। धरने पर श्रीगोपाल राठी, सत्यनारायण स्वामी, भंवरलाल दुग्गड़, नवरत्न राजपुरोहित, सुरेश भादानी, मूलाराम भादू, पूनमचंद नैण, श्रवण कुमार भामूं, विवेक माचरा, धर्माराम कुकणा, मांगीलाल गोदारा, धर्मेंद्र बाना, रामकिशन गावड़िया, महेंद्र राजपूत, हेमनाथ जाखड़ सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे। वहीं दुसरी और श्रीडूंगरगढ़-दुसारणा मार्ग पर रेलवे अंडरब्रिज की मांग पर लगाया गया किसानों का धरना भी जारी रहा। गुरूवार को इस धरने पर क्षेत्र के नेता मूलाराम भादू पूनमचंद नैण, हरीराम बाना, लकेश चौधरी, हरिप्रसाद मोदी, गंगाराम बाना, शंकरलाल जोशी, हनुमान दुसाद, फूसाराम बाना, भंवरलाल बाना, दुलनाथ सिद्ध, सोहनराम बाना, भंवरलाल नैण, हुणतसिंह, रामकुमार बेरड़, उमाराम बाना सहित बड़ी संख्या में किसान मौजुद रहे एवं अपनी आवाज बुलंद करते हुए हर हालत में इसी बजट में रेलवे अंडरब्रिज बनवाने की मांग की।


