श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 9 फरवरी 2021। श्रीडूंगरगढ़ के वीर तेजा मंदिर में आयोजित किसान महापंचायत में मरू प्रदेश निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष जयवीर गोदारा सहित क्षेत्र के एकत्र किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों को किसानों पर थोपने का आरोप लगाते हुए इन्हें रद्द करने की पूरजोर मांग की। गोदारा ने कहा कि सरकार ने ये काले कानून शीघ्र रद्द करें नहीं तो देश के प्रति किसान का विरोध सरकार को झेलना पड़ेगा। गोदारा ने कहा कि पूरे पश्चिमी राजस्थान में गांव गांव समितियां बना कर किसान इसका विरोध करेंगे। किसान भाइयों को मजदूरी के लिए भी दर दर भटकाने की पॉलिसी सरकार ने बनाई है। युवा किसान बिहार के किसान भाइयों के हाल देख लेवें जो पूरे देश में जगह जगह मजदूरी करते नजर आ रहें है। क्योंकि बिहार में आज फसलों के आधे दाम भी किसान को नहीं मिल रहें है। गोदारा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बिहार में लागू होने के बाद तरक्की बताई तो उन्हें ये बता देवें कि ये कानून किसान की तरक्की नहीं बरबादी का रास्ता खोल रहें है। किसान नेता मोहनलाल भादू ने कहा कि युवा किसान कानून लागू होने के बाद से मध्यप्रदेश के सरकारी पोर्टल ई-अनुध्या की रिपोर्ट चेक करें उसमें कुछ दिन पहले जारी रिपोर्ट के अनुसार करीब 47 सरकारी मंडियां दफन हो गई है। युवा किसान समझें कि दो तीन साल ये प्राइवेट कम्पनियां सरकारी खरीद से मूल्य ज्यादा दे सकेगी और फिर ये अपनी मनमर्जी करते हुए किसान को और खेती को खत्म कर देंगे। भादू ने कहा कि सरकार किसानों को बताएं और समझाए तो सही कि किसान से सिविल कोर्ट जाने का अधिकार क्यों छिन लिया ये आजादी के बाद अब तक का सबसे बड़ा अत्याचार है और किसान ही नहीं आम जनता भी महंगाई चरम पर पहुंचने से खून के आंसू रोएगी। महापंचायत में नेताओं ने किसान विरोधी कानूनों को सहन नहीं करने व लगातार संघर्ष जारी रखने की घोषणा की। महापंचायत में रालोपा के डॉ विवेक माचरा, मोडाराम तर्ड, मुखराम गोदारा, रामेश्वर बाहेती, पूनमचंद नैण, जोधपुर से महेन्द्र चोधरी, जयंत मुण्ड, संजय पूनिया, पंकज धनखड़, सांवरमल ढाका, अमनदीप, मनिन्दर मान, विकास महला, विकास नबीपुरा, मनोज थेथलिया, विनोद भिढासरा, महिपाल महला, राजेश मांडिया, भवरलाला बाना, हरिराम गोदारा, कमल मेघवाल, रामनिवास कुकणा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान जागृत हो और समाज के प्रत्येक वर्ग को इस आंदोलन से जोड़ने की अपील की।