श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 जनवरी 2021। श्रीडूंगरगढ़ पुलिस की सबसे बड़ी चिंता को दूर करने वाली चिंतामणी आखिर मिल ही गई है। जी हां हम बात कर रहे है पिछले दस माह से गायब हो रखी गांव ठुकरियासर की युवती तारामणी की। गत वर्ष मार्च में गुमशुदा हुई युवती श्रीडूंगरगढ़ से 2.5 हजार किलोमीटर दूर तमिलनाडु राज्य के कोयम्बटूर शहर में मिल गई है। जिला पुलिस अधिक्षक द्वारा विशेष टीम का गठन कर सात दिनों में हर संभव प्रयास कर तारामणी को ढूंढने के निर्देश दिए थे एवं इसके बाद पुलिस ने युद्धस्तर पर समस्त डेटा का पुन: आंकलन किया। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि इसी दौरान युवती के कोयम्बटुर में होने की जानकारी मिली तो तुरंत मामले के अनुसंधान अधिकारी एसआई लालबहादुर एवं कांस्टेबल सेवानंद को तुरंत फ़्लाईट के माध्यम से कोम्यबटुर भेजा गया। वहां जाकर संबधित जगह पर दबीश दी गई तो तारामणी अजीतसिंह के साथ एक घर में रहते हुए मिली है। तारामणी द्वारा पिछले हफ्ते ही एक बेटी को जन्म देने की बात भी सामने आई है। अब पुलिस मानवीय आधार पर तीन-चार दिनों की बच्ची के साथ सफर नहीं करने की स्थिति में आगामी कार्रवाई करेगी।
जानें पूरी कहानी।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। तारामणी श्रीडूंगरगढ़ में पेपर देने आई थी एवं वहां से गायब हो गई। परिजनों ने पहले तो गांव लिखमादेसर के युवक अजीतसिंह पर शक जताते हुए गुमशुदगी दर्ज करवाई थी एवं बाद में अजीतसिंह एवं उसके परिजनों के खिलाफ नामजद अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। लंबे समय तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली रहने पर परिजनों को हाईकोर्ट का सहारा लिया था एवं कोर्ट द्वारा पुलिस पर सख्त रूख अपनाते हुए हर हाल में तारामणी को ढूंढ निकालने के लिए कहा गया। इस टीम में अतिरिक्त जिला पुलिस अधिक्षक ग्रामीण सुनील कुमार, सीओ श्रीडूंगरगढ़ दिनेश कुमार, सीआई वेदपाल शिवराण, एसआई लालबहादुर, एएसआई ईश्वरसिंह सहित टेक्निकल एक्सपर्ट एवं थाने के हैडकांस्टेबल एवं कांस्टेबल को शामिल किया गया था।