श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 1 दिसम्बर 2020। दिसम्बर माह के प्रारम्भ के साथ ही श्रीडूंगरगढ़ अंचल दर्द में डूब गया है। सोमवार को एक दिन पहले दुल्हे बने युवक की मृत्यु के बाद मंगलवार सुबह एक किसान के अपनी ही ढाणी में जिंदा जलने की खबर आ रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीडूंगरगढ़ तहसील के गांव धनेरू में अपनी ढ़ाणी में रात को सोने गया 35 वर्षीय किसान तिलाराम पुत्र लिच्छाराम मेघवाल फिर कभी उठ ही नहीं पाया। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि लिच्छाराम के पांच पुत्र है एवं सभी उसके खेत में अलग अलग ढाणी बना कर रहते है। तिलाराम भी अपनी ढ़ाणी में अपने परिवार के साथ रहता है। मुख्य ढ़ाणी से थोड़ी दूर पर टयुबवैल व डिग्गी के पास उसका एक और अलग झोंपडा बना हुआ था। रात को लाईट आने पर टयुबवैल चलाने व बंद करने के लिए तिलाराम इसी झोंपडें में सोता था और हमेशा की तरह सोमवार रात 10 बजे को भी वह अपने झोंपडे में सोने चला गया। रात को अज्ञात समय पर उसके झोंपडें में बिजली के तारों से शार्ट सर्किट हुआ एवं खिंपो से बने झोपंडें ने आग पकड़ ली। तिलाराम उठ कर बाहर आ पाता उस से पहले ही झोंपडे की छत उसके उपर आ गिरी व आग के नीचे दब कर जिंदा ही जल गया। उसके परिवार वाले सुबह 5.30 बजे उठे तो घटना का पता चला व घर में कोहराम मच गया। सूचना मिलने पर श्रीडूंगरगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची एवं मृतक का शव श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सालय लेकर आए। यहां उसका पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। इस संबध में मृतक के पिता लिच्छूराम ने मर्ग दर्ज करवाने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत की है।