श्रीडूंगरगढ टाइम्स 11 मार्च 2020। बीदासर थाना क्षेत्र के घंटियाला में बरजांगसर की बेटी से बर्बरता पूर्ण व्यवहार से इलाका दहल उठा है। और जो भी उस 22 वर्षीय मासूम को देख रहा है उसका दिल पसीज गया और ग्रामीण आँख नम हो गयी। मुख्य तीन आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और राजनीति वहां भी अपने वोट ही बचा रही है। श्रीडूंगरगढ क्षेत्र की महिला के साथ अमानवीय व्यवहार पर वहां के नेता क्युँ बोले। बरजांगसर के ग्रामीण होली के दिन न्याय के लिए थाने के बाहर खड़े रहे और चुरू के पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे कोशिश कर रहें है। ग्रामीणों का आरोप है कि वहां के नेता अपने वोटों के चक्कर में विवाहिता के साथ न्याय नहीं होने दे रहे है। इस कृत्य के बाद बरजांगसर के ग्रामीणों ने बीदासर थाने का घेराव करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। घेराव में बरजांगसर की पूर्व सरपंच प्रियंका चौधरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के डॉ विवेक माचरा, जसुनाथ सिद्ध, जगदीश सियाग, भूरनाथ गोदारा, भागीरथ सिहाग, नरेंद्र सिद्ध, मुनि नाथ, नेमीचंद गोदारा, बीरबल महिया, भागीरथ महिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। ग्रामीण एकजुट होकर अपने गांव की बेटी के लिए न्याय मांग रहे है।
ये है पूरा प्रकरण
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। 22 वर्षीय मोहनीदेवी पुत्री भींयानाथ निवासी बरजांगसर, श्रीडूंगरगढ के साथ जो हुआ है उसे सभ्य समाज के लक्षण तो नहीं कह सकते है। दो वर्ष पहले विवाह मुनिनाथ के साथ हुआ। आठ माह की बच्ची के साथ पति ने घर से निकालना चाहा और तलाक देना चाहा। तो अपने माता पिता, दादा की इज्जत के लिए मोहनी ने तलाक के कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए। जिससे पति के साथ ससुराल वालों ने उसे 18 जगह ऐसे घाव दिए जो जितेजी शरीर पर भर जाएंगे पर मन से कभी नहीं जा सकेंगे। मोहनी को ढाणी में ले जाकर चुल्हे में लोहे के सरिए, सींग, चिमटा गर्म कर के उसके जांघ, पीठ, अतरंग स्थानों पर जगह जगह दाग दिया। पीहर वालों को बताने पर बेटी को जान से मारने की धमकी दी। आठ दिन तक उसे बंद कर रखा व किसी को खबर नहीं होने दी। दादा लेने गए तो उन्हें आरोपियों ने मारपीट कर बाहर निकाल दिया। तब दादा कुछ लोगों को लेकर गये व उस मासूम को बचा कर लाए। पिता ने कहा आँखों में आँसू भर कर कहा कि हैवान बेटी को मार ही देते पर किसी तरह बचा के ले आए। उन्होने बताया कि मोहनी के पति ने कोर्ट में दूसरी शादी कर ली है और तलाक के लिए बेटी के साथ मारपीट कर रहे थे पर हमने सपने में भी नहीं सोचा के ये इस तरह का कृत्य कर देगें कि बेटी की जान पर बन आएगी। फिलहाल मोहनी का ईलाज चल रहा है।
बरजांगसर ने दिखाई फिर एकता
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। बरजांगसर के ग्रामीणों ने अपने गांव की बेटी के दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए एक बार फिर एकजुट होकर पुलिस थाने का घेराव किया। पूर्व सरपंच प्रियंका सिहाग एकमात्र हमारे क्षेत्र की महिला नैत्री थी जो वहां मोहनी के साथ खड़ी थी। सिहाग ने महिला होने के नाते महिला का हौसला बढ़ाया व पुलिस के सामने पूरजोर तरीके से पति को गिरफ्तार करने की मांग भी उठाई। सिहाग ने कहा कि चाहे कोई नेता हो उन्हें बचाने की कोशिश करे परन्तु जनता जब न्याय के लिए जुटती है तो कार्यवाही करनी ही होगी। और ये वोटों की घटिया राजनीति नहीं कर एक महिला के सम्मान के लिए बीदासर क्षेत्र के महिला संगठन व नेताओं को भी आगे आना चाहिए। युवा नेता विवेक माचरा ने भी पुलिस प्रशासन से कहा कि हमें हमारी बेटी के लिए न्याय चाहिए और हम गिरफ्तारी नहीं होने तक पीछा नहीं छोड़ेंगे। हमारे क्षेत्र के जागरूक नेताओं में बस यही वहां पहुंच सके।








