श्रीडूंगरगढ टाइम्स 11 मार्च 2020। गांव मोमासर में दो दिवसीय प्रवासी सम्मेलन का भव्य आयोजन 9 मार्च व 10 मार्च को रखा गया। 9 मार्च को सभी प्रवासी ग्रामीणों ने ऊंट गाडे व घोड़ी पर बैठकर गांव का भ्रमण किया। घोड़े गाड़ी की इस रैली को सरपंच सरीता देवी संचेती, उपसरपंच जुगराज संचेती व गांव के सभी पंचो ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया व गांव के विकास में सभी प्रवासी ग्रामीणों से सहयोग की अपील की। ग्रामीणों ने जगह जगह प्रवासियों का स्वागत फूलों से किया। 10 मार्च को गांव के गर्ल्स स्कूल में प्रवासी सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें सभी प्रवासी ग्रामीणों ने भाग लिया और गांव के विकास में भागीदारी निभाने का संकल्प किया। प्रवासी उत्तम सांखला ने कहा कि जब भी गांव हमें पुकारेगा हम अपना योगदान देने को तैयार रहेगें। श्याम सुदंर नाई ने कहा कि हमें पूरे देश में हमारे गांव की अलग पहचान बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होगें। उन्होनें कहा हमें ग्रामीणों की सामूहिकता पर गर्व है। सभी प्रवासी नागरिकों ने मंगलवार शाम अपने गांव के मुख्य बाजार की सफाई की। गांव के पवन सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रवासी श्याम नाई, घनश्याम नाई ने सुरत से व भारतीय नौसेना में शामिल गांव के तेनसुख मेघवाल गोवा से, भगवानाराम मेघवाल आदि बड़ी संख्या में प्रवासी ग्रामीण सम्मेलन में भाग लेने गांव पहुंचे।
ऊंट, घोड़ी वालों ने नहीं लिए रूपए
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। मोमासर गांव सामूहिकता से कार्य करने में एक मिसाल के रूप में सामने आ रहा है। जब कोई आयोजन हो तो अधिकतर उससे जुड़े व्यवसायिक लोग अधिक से अधिक रूपए कमाने का प्रयास करते है परन्तु गांव मोमासर माहौल भलाई का अभी भी जिंदा है। गांव ने प्रवासी ग्रामीणों के लिए जब सम्मेलन की चर्चा हुई तो गांव के सभी घोड़ी व ऊंट मालिकों ने गांव के विकास में अपना योगदान देते हुए निशुल्क सेवा का प्रस्ताव दिया। गांव के विकास के लिए क्षेत्र में यही एक गांव है जिसमें सभी ग्रामीण व समाज अपना सकारात्मक योगदान देते नजर आ रहें है। सम्मेलन के अन्य खर्च सुरवि चेरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से अन्य खर्च ओट लिया गया।
Leave a Reply