श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 26 मार्च 2020। 22 मार्च को सफलतम जनता कर्फ्यु के सहित 22 से 25 मार्च तक चार दिनों तक श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में जबरदस्त लॉकडाउन का असर देखा गया। लेकिन शुक्रवार 26 मार्च को जैसे ही व्यापार मंडल द्वारा बैठक आयोजित कर अलग अलग इलाकों में रोटेशन वाईज प्रतिदिन 36 दुकानें खुलवाई गई तो पांच दिनों का लाकडाउन पूर्णतया बेअसर हो गया। क्योंकि क्षेत्र में जनता बाजारों में उमड़ पड़ी एवं सोशल डिस्टेसिंग का किसी भी प्रकार से कोई पालन नही किया गया। हालांकि व्यापार मंडल की अपील पर कई व्यापारियों द्वारा अपनी-अपनी दुकानों के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर खडे होने के लिए सफेद गोले भी किए गए लेकिन घरों से निकले लोग बदहवास से दिखे व समस्त नियमों को, अपेक्षाओं को तोड़ते हुए सैंकडों की संख्या में एक जगह पर भीड़ में धक्कामुक्की करते दिखे। ऐसे में कई जगहों पर तो व्यापारियों ने अपनी दुकानें ही बंद कर दी कई जगहों पर विवाद होते भी देखने को मिले है। यह शर्म की बात है कि स्वयं पहले लेने, अधिक स्टॉक करने के प्रयास में क्षेत्रवासी अपने व अपने परिवार सहित पूरे क्षेत्र की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है। क्योंकि लॉकडाउन की घोषणा के बाद ही सर्वाधिक प्रवासी नागरिक 22 से 25 की बीच कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे है। इन सैंकडों लोगों में बडी संख्या में प्रवासी नागरिकों की तो स्क्रिनिंग भी नहीं हो पाई। ऐसे में कोरोना का खतरा क्षेत्र में पहले से कहीं अधिक हो गया है।