


श्रीडूंगरगढ टाइम्स 30 अप्रेल 2020। लॉकडाउन में कम भावों में फसलें बेचने को मजबूर किसानों को राहत कल, शुक्रवार याने 1 मई से मिलनी शुरू हो जाएगी। बहुप्रतिक्षित किसानों की उपज सर्मथन मुल्य पर सरकारी खरीद के शुरू होने से पहले आज ग्रुरूवार को कृषि उपज मंडी प्रांगण में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित कर खरीद से पूर्व विभिन्न व्यवस्थाएं बनाने पर चर्चा की गई। बैठक कृषि विपणन विभाग बीकानेर के संयुक्त निदेशक शशिशेखर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमे मंडी सचिव सलीम मोहम्मद कादरी, व श्रीडूंगरगढ़ में समर्थन मूल्य खरीद के प्रभारी एवं अनाज मंडी व्यापार संघ के व्यापारी में शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि समर्थन मुल्य पर खरीद करवाने के लिए अनाज लेकर आने वाले किसानों को मंडी में प्रवेश केवल सुबह 7:00 बजे से 8:00 बजे के बीच में ही दिया जाएगा। इससे लेट होने पर मंडी में स्थित खरीद केन्द्र तक वाहनों को नहीं जाने दिया जाएगा एवं किसान का टोकन उस दिन के लिए रद्द कर नए सिरे से टोकन जारी किया जाएगा। मंडी में आने वाले किसानों को कोरोना के संबध में बनाए गए नियमों की सख्ती के साथ पालना करनी होगी क्यों कि मंगलवार की बैठक में मास्क की अनिवार्यता, सोशल डिस्टेंस पालन नहीं करने वाले किसान के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी करने का निर्णय लिया गया है।
पहले दिन 30 किसानों की होगी खरीद, होनी थी 300 किसानों की।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 अप्रेल 2020। यह विडम्बना ही रहेगी कि किसानों को राहत देने के लिए की गई घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए हर विभाग हमेशा ही उदासीन रहता है। इस बार किसानों को सर्मथन मुल्य पर खरीद समय पर होने, जल्दी होने एवं सोशल डिस्टेंस की पालना भी करने की आवश्यकता है एवं इसलिए सरकार द्वारा श्रीडूंगरगढ़ उपखण्ड मुख्यालय को मिला कर क्षेत्र में 10 खरीद केन्द्रों की स्थापना की गई थी। लेकिन 1 मई को निर्धारित खरीद केवल श्रीडूंगरगढ़ उपखण्ड मुख्यालय स्थित श्रीडूंगरगढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से ही हो रही है। इस एक केन्द्र पर पहले दिन करीब 30 किसानों को टोकन जारी किए गए है। ऐसे देखें तो पहले दिन 10 केन्द्रों पर 300 किसानों की खरीद होनी थी। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में घोषित किए गए 9 खरीद केन्द्रों पर अभी तक खरीद संबधी व्यवस्थाएं ही नहीं हो पाई है। इस संबध में श्रीडूंगरगढ़ क्रय विक्रय सहकारी समिति के सचिव राजेश खिचड़ ने बताया कि गांवों में बनाए गए केन्द्रों में भी शीघ्रताशीघ्र खरीद शुरू कर दी जाएगी।