श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 मई 2021। श्रीडूंगरगढ़ का गांव उदरासर प्रारंभ से ही कोरोना के प्रति जागरूक गांव के रूप में कोरोना को रोकने के लिए प्रयासरत है। पिछले साल गांव के रास्ते सील कर गांव को कोरोना से बचाया परन्तु इस बार गांव में हुई एक युवक की मौत से पूरे गांव ने अब कोरोना को यहीं थामने का संकल्प लिया है। आज गांव के रामप्रताप गोदारा ने जो निर्णय लिया उसके बाद पूरे गांव सहित हर कोई उनकी जागरूकता की प्रशंसा कर रहा है। वर्तमान हालातों में हम कह सकते है कि गांवों में कोरोना पहुंचाने का कार्य विवाह समारोहों से ही सर्वाधिक हुआ है और रामप्रताप पुत्र मुकनाराम गोदारा ने अपने दो पुत्रों का विवाह स्थगित कर पूरे क्षेत्र में एक मिसाल प्रस्तुत की है। रामप्रताप ने कहा कि जीवन बचाना और स्वयं के साथ सभी को सुरक्षित करने का समय है व विवाह समारोह का आयोजन तो इस काल के बीत जाने पर पुनः हो सकेगा। उनके युवा पुत्र किशनलाल और मघाराम ने अपने पिता के निर्णय का स्वागत कर इसे गांव के हित में बताया। दोनों युवाओं ने कहा कि सभी लोग जागरूक होकर कोरोना को रोके और किसी के कहने का इंतजार करें बिना आगे बढ़ कर ऐसे निर्णय लेवें। बता देवें आगामी 24 मई को दोनों का विवाह होने वाला था जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। परन्तु अब हालातों को देखते हुए पूरे परिवार ने सहमति से ये निर्णय लिया है। बता देवें यहां प्रधानाचार्य राजकुमार सोनी के निर्देशन में लगातार ग्राम स्तर की टीम ग्रामीणों को घर घर जाकर जागरूक करने का प्रयास कर रही है। प्रधानाचार्य राजकुमार सोनी ने कहा कि हम गांव में गाइडलाइन पालना के प्रयास लगातार कर रहें है जिससे महामारी से बचाया जा सकें। सरपंच किशनाराम गोदारा व बीएलओ दुलदास स्वामी ने कहा कि रामप्रताप गोदारा ने विवाह समारोह स्थगित कर एक मिसाल पेश की है। हम अन्य जगहों पर ये उदाहरण देकर लोगों से समझाईश भी कर सकेंगे।