श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 मई 2021। श्रीडूंगरगढ़ सहित पूरे जिले, राज्य और देश में काेराेना के हालात हर दिन भयावह हाे रहे है एवं सरकारें सख्त लॉकडाउन करने से कतरा रही है। राजस्थान में हालत पूर्णतया अनियंत्रित हाेने के बाद संभवतया आज मुख्यमंत्री कुछ सख्त घाेषणा कर सकते है लेकिन क्षेत्र के खाजूवाला कस्बे के व्यापारियाें ने अपने खाजूवाला काे बचाने के लिए ऐतिहासिक पहल की है। खाजूवाला में गुरूवार काे पहली बार एक बड़ा आंकड़ा आया और 55 काेराेना संक्रमित एक साथ रिपोर्ट हुए। यहां व्यापारियाें ने पहल कर अपने कस्बे में छह दिनाें का जनता लॉकडाउन लगाने की घाेषणा कर दी है। व्यापारियाें ने इस संबध में पुलिस प्रशासन के साथ बैठक की एवं स्वेच्छा से 6 मई से 12 मई तक खाजूवाला में पूर्ण लॉकडाउन लगाने की जानकारी दी है। प्रशासन ने भी काेराेना के प्रसार काे राेकने के लिए व्यापारियाें द्वारा अपने क्षेत्र काे काेराेना के कहर से बचाने के लिए उठाए गए इस कदम का स्वागत किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खाजूवाला फल सब्जी एसोसिएशन के फूलदास स्वामी, बबलू खुराना, राहुल मक्कड़, किराणा के सुभाष बजाज, करणाराम जाखड़, रमेश तावणियां, मोहन लेघा, टैन्ट एसोसिएशन के रामस्वरुप ढाका, दूध-डेयरी एसोसिएशन के पवन शर्मा, हलवाई एसोसिएशन के बजरंग सिंह, टैक्सी यूनियन के बूटासिंह, ई-मित्र यूनियन के हरफूलसिंह सैनी ने बाजार बन्द रखने के निर्णय को एक स्वर में सहमति दी है। बार एसोसिएशन खाजूवाला के एडवाेकेट रोहिताश गहलोत ने बताया कि खाजूवाला में वकील भी केवल जेल में बन्द कैदियाें की पैरवी करेंगे और गैर जरूरी कार्य नहीं करेंगे। ऐसे में जब हमारे निकटवर्ती कस्बे खाजूवाला में एक दिन में पहली बार 55 राेगी और इनमें भी खाजूवाला कस्बे सहित आस पास के गांवाें को मिला कर रिपाेर्ट हाेने पर वहां के व्यापारी आगे बढ़ कर जनजीवन काे बचाने के लिए यह निर्णय ले सकते है ताे क्या श्रीडूंगरगढ़ में हर राेज हाे रही दर्जनाें माैताें और रोजाना बड़े आंकड़ों में काेराेना संक्रमित रिपाेर्ट हाेने की भयावह स्थिति के बाद भी क्या ऐसा निर्णय नहीं ले सकते..? हालांकि गुरूवार से कस्बे के व्यापारी प्रशासन द्वारा व्यापारियाें के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के विराेध में अनिश्चितकालीन बंद के रास्ते पर ताे चले है लेकिन सिस्टम वही का वही है। दुकानदार अपने अपने निजी ग्राहकाें काे घराें से, गाेदामाें से माल तुलवा रहे है। अब हालात ऐसे बन गए है कि क्षेत्र के व्यापारी आगे आकर क्षेत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझे एवं सरकार से पहले स्वैच्छिक जनता लॉकडाउन का निर्णय लेकर क्षेत्र में काेराेना से जंग में अपनी सक्रिय सकारात्मक भागीदारी निभाएं।