श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 अप्रैल 2020। आधी रात को पंजाब से आये एक दर्जन लोग ग्रामीणों की जागरूकता से धरे गए। ये 12 अपने को मजदूर बता रहे है, और गांव बाना से कच्चे रास्ते पंजाब के लिए रवाना हुए। ये बाना से तोलियासर व तोलियासर से कच्चे रास्ते उदरासर निकले। इन्होंने कृषि कार्य के लिए गांव बाना आना बताया। उदरासर के ग्रामीण युवा सरपंच की अगुवाई में गांव की निगरानी करते है और आधी रात ये 12 जनें उदरासर में उनके द्वारा पकड़े गए। सरपंच किशनाराम गोदारा ने पुलिस को सूचना दी और उन्हें गांव में बने राजकीय विद्यालय में पहुंचाया। पुलिस में रामनिवास मय टीम ने मौके पर पहुंच कर उन्हें श्रीडूंगरगढ लेकर आए। यहां जांच उनकी स्क्रिनिंग करवा कर सभी 12 लोगों को जयपुर पब्लिक स्कूल में आइसोलेट किया गया है।
हाथ नहीं पकड़ा पर साथ नहीं छोड़ा…
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि इस मुश्किल घड़ी में हाथ नहीं पकड़ना पर हमें एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ना। यह वास्तव में कर दिखाया गांव उदरासर सरपंच किसनाराम गोदारा ने। इन्होंने युवाओ के साथ मिल कर मजदूरों को गांव पार नही करने दिया पर उन्हें पुलिस के आने तक सभी को खाना खिलाया व दवाई वगरह उपलब्ध करवाई। सरपंच स्वयं अपनी गाड़ी से इन्हें पुलिस के साथ जयपुर पब्लिक स्कूल तक छोड़ कर गए। पंचायत सहायक दुलदास व गांव के राजकीय विद्यालय में कार्यरत कर्मचारी भी गांव के आइसोलेट सेंटर पर मौजुद रहे और मजदूरों को बिस्तर वगैरह उपलब्ध करवाए।