श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 13 जून 2020। क्योंकि अच्छाई अभी जिंदा है में टाइम्स आपके लिए प्रेरणीय घटना लेकर आता है जिसे पढ़ कर सभी पाठक जीवन में अच्छाई के प्रति आशान्वित हों और कुछ अच्छा करने को प्रेरित भी हो सकें।
हमारे क्षेत्र के एक युवा ने अपनी सगी बहन के विवाह में फिजूलखर्ची को बचा कर एक असहाय गरीब बहन के विवाह का पूरा खर्च उठा कर दो बहनों का कन्यादान किया। गरीब सेवा संस्थान से जुड़े महेन्द्र जाखड पुत्र भंवरलाल जाखड निवासी तेजरासर वर्तमान में रामपुरा बीकानेर के निवासी है। महेंद्र जाखड़ ने गांव कितासर की इंद्रा बावरी का आज कन्यादान किया। युवती इंदिरा के पिता तेजाराम बावरी 2 वर्ष पहले संसार छोड़ गए और माता की मानसिक स्थिति 20 वर्षों से अति खराब है। इंदिरा की नानी मधी देवी बावरी इसी चिंता में घुल रही थी कि इंदिरा के हाथ पीले कैसे होंगे। संस्थान ने इस परिवार को गोद ले रखा है और इंदिरा के विवाह का खर्च उठाने की जिम्मेदारी भी ली।
संस्थान के सदस्य महेन्द्र जाखड ने इस पुनीत कार्य के लिए आगे आए और इंदिरा के विवाह का पूरा खर्चा उठाने की बात कही। जाखड़ ने अपनी बहन के विवाह में फिजूल खर्च को रोककर इंदिरा की शादी का खर्च दिया। इंदिरा की नानी ने जाखड़ को आशीष दिया वहीं पूरे गांव ने आभार प्रकट किया।