श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 1 अप्रैल 2020। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय भी कोरोना की रोकथाम को लेकर सक्रिय हो गया है। आयुष मंत्रालय की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि जिसे कोरोना नहीं हुआ है, वे अपने बचाव के लिए अपने शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर इस संक्रमण से दूर रह सकते हैं। आयुष मंत्रालय ने इस संबंध में देशभर के वैद्यों से बात करके यह सलाह दी है। देश के प्रसिद्ध वैद्यों में शामिल कोयम्बटूर के पदमश्री वैद्य पीआर कृष्णाकुमार, दिल्ली के पदमभूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा, कोटकल के वैद्य पीएम वैरियर, नागपुर के वैद्य जयंत देवपुजारी, थाणे के वैद्य विनय वेलणकर, बेलगांव के वैद्य बीएस प्रसाद, जामनगर के पदमश्री वैद्य गुरदीपसिंह, हरिद्वार के आचार्य बालकृष्णा, जयपुर के वैद्य एमएस बघेल, हरदोई के वैद्य आरबी द्विवेदी, वाराणसी के वैद्य केएन द्विवेदी, चंडीगढ़ के वैद्य राकेश शर्मा, कोलकाता के वैद्य अबीचल चट्टोपाध्याय, दिल्ली के वैद्य तनूजा नेसारी, जयपुर के वैद्य संजीव शर्मा व जामनगर के वैद्य अनूप ठाकुर शामिल हैं। हालांकि आयुष की ओर से ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है कि ऐसा करने से कोरोना से बचाव संभव है, लेकिन अपनी ऋतुचर्या व दिनचर्या को सुव्यवस्थित करके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
मंत्रायलय की ओर जारी एडवायरी में कहा गया है कि प्रतिदिन गरम पानी पीना अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इसके साथ ही खाने में धनिया, जीरा, हल्दी और लहसुन का अधिकाधिक प्रयोग करना शुरू कर दें।
दिन में दो बार च्यवनप्राश, हल्दी का दूध, काढ़ा और हर्बल टी का सेवन करें।
इसके अलाव नारियल व तिल्ली का तेल नाक के किनारों पर सुबह-शाम लगाना, दिन में दो बार नारियल के तेल से कुल्ला करना तथा फिर उसे बाहर फेंकना। फिर गरम पानी से मुंह को साफ करना भी आयुर्वेद में सुझाई गई विधि है। अगर इस दौरान अगर गला जाम है तो गरम पानी में पुदीना और अजवाइन की पत्तियां मिलाकर भाप लेनी चाहिये। लोंग पाउडर को चीनी या शहद के साथ सेवन करने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।