श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 जून 2023। जब विश्व भर में आज पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है वहीं श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के आस-पास स्थित वन क्षेत्र का धणी-धोरी राज नहीं बल्कि राम ही नजर आ रहा है। यहां हाईवे से रेल पटरियों के बीच बड़ी संख्या में हरे पेड़ों को काट कर कोयला बना कर बेच देने का मामला अभी चल ही रहा था कि ऐसे में एक ओर प्रकरण सामने आ रहा है। यहां कस्बे से मणकरासर कच्चे मार्ग पर कोस के धोरे के सामने की ओर वन विभाग की सैंकड़ों बीघा भूमि पर पडौसी खेतों मालिकों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। लंबे समय से हर वर्ष बढ़ाए जा रहे इस कब्जे की जा चुकी भूमि पर कीकर व अन्य वन संपदा को नष्ट कर फसलों की बुवाई भी हो रही थी। ऐसे में अब जब वन विभाग के खिलाफ आवाजें बुलंद हुई तो जागरूक नागरिकों ने सैंकड़ों बीघा वन भूमि की बंदरबांट के खिलाफ भी उच्चाधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचाई। इसके बाद सोमवार को यहां वन विभाग का एक ओर खानापूर्ति अभियान देखने को मिला। आस पास के किसानों ने बताया कि मौके पर पहली बार वर्दी में वन विभाग के कार्मिकों को देखा गया एवं इन कार्मिकों ने दो खेतों के मालिकों द्वारा मौके पर वन क्षेत्र की ओर किए गए कब्जे की बाड़ को बीच बीच में से तोड़ने, रास्ते बनाने, और बाड़ को जलाने, पट्टियां तोड़ने व तारबंदी हटाने की कार्रवाई की गई है। हालांकि मौके पर कब्जा करने वाले खेत मालिकों में से कोई भी मौके पर नहीं मिला। देखना यह है कि इन खेत मालिकों के खिलाफ विभाग क्या कार्रवाई कर पाता है।