छोटी बहन को कुंड में डूबा दिया, बड़ी की गृहस्थी बचाने को चुप रहें, फिर भी दहेज के लिए घर से निकाला।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 अगस्त 2020। दहेज के लालच में गृहस्थी उजड़ते देखना आम होता जा रहा है परन्तु अब दहेज के लिए छोटी बहन की मौत भी सहन करने के बाद भी एक बेटी को मोटरसाइकिल व एक लाख के लिए ससुराल से बच्चे सहित निकाल देने की घटना सामने आई है। गांव सोनियासर बेबी पुत्री भोमाराम ज्याणी ने अपनी सास, ससुर ,पति, दो देवरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए श्रीडूंगरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। थानाधिकारी वेदपाल श्योराण ने टाइम्स को बताया कि बेबी ने पति रामनिवास पुत्र श्रवणराम सारण निवासी भामटसर तहसील नोखा ,देवर गणेश, सास चुन्नीदेवी पर विवाह के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। बेबी ने पुलिस को बताया कि उसका व उसकी छोटी बहन छोटुदेवी का विवाह 30.4.2012 को एक ही घर में हुआ व पति रामनिवास व देवर गणेश ने दहेज के लिए दोनों से आए दिन मारपीट करने लगे। बेबी ने कहा कि पीहर परिवार की बदनामी नहीं हो इसलिए दोनों बहनें सहन करते हुए चुप रही की किसी तरह घर बस जाएं। बेबी ने पुलिस को बताया कि ससुराल में छोटुदेवी को कुंड में डूबा कर मार दिया तब भी घरवाले चुप रहें कि एक का तो घर बस जाए। बेबी ने कहा कि 9.9.2015 को पुत्र जन्म पर कोई नहीं आया और मोटरसाइकिल व एक लाख की मांग पर अड़े रहे। पिता व भाई द्वारा पति को समझाने पर भी उनका लालच बढ़ता गया और दो मोटरसाइकिल के रुपये मांगने लगे। 15.1.2017 को देवर सुभाष, गणेश, सास, ससुर ने मारपीट कर बच्चे सहित घर से निकाल दिया। 28.7.2020 को पति ने फोन कर भाई को कहा कि 1 लाख नगद व मोटरसाइकिल देने पर ही तेरी बहन को ले जाएंगे। इस पर बेबी ने अब पुलिस को गुहार लगा कर आरोपियों को सजा दिलवाने की मांग की है। मामले की जांच थानाधिकारी वेदपाल श्योराण कर रहें है।