श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 1 नवम्बर 2024। दीवाली का त्योहार आते ही पटाखों की आवाजें आम हो जाती हैं। पटाखों की वजह से पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है, सेहत को भी काफी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। पटाखों का धुआं तो सेहत को नुकसान पहुंचाता ही है, इन्हें जलाते समय दुर्घटना होने का खतरा भी रहता है। ऐसी कई घटनाएं सुनने को भी काफी मिलती है। पटाखे से जलने पर तुरंत और सही उपचार करना बेहद जरूरी है, ताकि घाव गंभीर न हो। इसलिए हम यहां कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जो पटाखे से जलने पर फर्स्ट एड के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानें।
जलने पर तुरंत क्या करें?
- ठंडे पानी से धोएं- जले हुए हिस्से को तुरंत 10-15 मिनट तक बहते हुए ठंडे पानी से धोएं। यह न केवल जलन कम करता है बल्कि घाव को फैलने से भी रोकता है। इसके लिए नल के नीचे कुछ देर तक जले हुए हिस्से को रखें।
- एंटीसेप्टिक क्रीम का उपयोग करें- प्रभावित हिस्से पर बर्न रिलीफ क्रीम लगाएं।
- कपड़ों को सावधानी से हटाएं- अगर कपड़े जले हुए स्थान से चिपक गए हों, तो उन्हें सावधानी से काटकर हटा दें और घाव को साफ चादर से ढकें।
- डॉक्टर से संपर्क करें- अगर जलन गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज कराएं। इन्फेक्शन से बचने के लिए घर पर इलाज करने के बजाय डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का इस्तेमाल करें।
पटाखों से जलने पर क्या न करें?
- टूथपेस्ट या हल्दी न लगाएं- जलने पर टूथपेस्ट या हल्दी का इस्तेमाल न करें। इससे इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है और घाव साफ दिखाई नहीं देता, जिससे डॉक्टर को इलाज में दिक्कत हो सकती है।
- बर्फ का इस्तेमाल न करें- जले हुए हिस्से पर बर्फ लगाने से त्वचा को नुकसान हो सकता है। इसलिए जलने पर कभी भी बर्फ का इस्तेमाल न करें।
पटाखों से होने वाले अन्य नुकसान
पटाखों से त्वचा पर गंभीर फफोले और घाव हो सकते हैं, जो लंबे समय तक दर्द और असुविधा का कारण बनते हैं। पटाखों से निकली चिंगारी से, आंखों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी रहता है। पटाखों का धुआं सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। लापरवाही से आतिशबाजी करने पर घर या कपड़ों में आग लग सकती है, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता है।