



श्रीडूंगरगढ टाइम्स 29 जून 2019। श्रीडूंगरगढ भ्रष्टाचार का गढ सा बनने लगा है। नगरपालिका भ्रष्टाचार अभी लोगों के जहन से निकला ही नहीं था की आज गुँसाईसर के ग्रामीणों ने झुलसाती गर्मी में जलदाय विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये। पानी की समस्या भी भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंस गयी है। बैरी पानी ग्रामीणों की आँखों की चमक को लहू सा रंग दे रहा है गुँसाईसर में नायकों के मोहल्ले में 13 दिन से पानी की एक बूँद पानी नहीं आयी। गांव के 130 परिवार पानी की प्यास से बेहाल हो गये है। इस मौहल्ले में पानी सप्लाई वाली ट्युबवैल पर पिछले 13 दिन से मोटर जली हुई है। ग्रामीणों के बार बार शिकायत पर जलदाय विभाग ने आज शनिवार को वहां मोटर रखवाई परन्तु मोटर ठीक से नहीं चल सकी व 3 घंटे में फिर जल गयी। इससे ग्रामीणों ने मोटर लगाने के लिए विभाग पर जानबुझ कर खराब मोटर लगाने व ग्रामीणों इलाकों में पानी के नाम पर भी भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाये।
गांव के मदन सारस्वत ने टाइम्स को बताया कि प्रशासन के लोगों को पानी की प्यास का मतलब ही समझ नहीं आता। आज जलदाय विभाग की असंवेदनशीलता के कारण गांव के 130 परिवारों का बुरा हाल हो गया है। भीषण गर्मी में राम और राज हम ग्रामीणों से कोई बेर निकाल रहा है। ग्रामीणों से बात करने पर उनकी बेबसी झलक जाती है उनका आरोप है कि विभाग में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वे प्रशासन की नाकामी पर नाराजगी जता रहे है वहीं राम के आगे लाचारी प्रकट कर रहे है।