श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 नवम्बर 2024। सनातनी संस्कृति में विष्णु पुराण वह पौराणिक महाग्रंथ है जिसमें भारत देश को मां की संज्ञा दी गई है। यह बात कही पंडित विष्णुदत्त शास्त्री ने और मौका था कस्बे के कालूबास में स्थित श्रीगुंसाईजी मंदिर मंदिर प्रांगण में आयोजित की जा रही विष्णु महापुराण कथा के पहले दिन का। कथाव्यास शास्त्री ने प्रथम दिवस के कथा प्रसंग उल्लेखित करते हुए विष्णु पुराण का महत्व एवं भारत वर्ष की महिमा पर व्याख्यान दिया। महाराज ने वर्तमान में भारतवासियों का मन विदेशों की और बढ़ने की स्थिति को अधर्मसंगत बताया एवं विष्णु पुराण में भारत देश को मां की संज्ञा देते हुए इसे ही सर्वश्रेष्ठ कर्म भूमि बताए जाने की जानकारी दी। महाराज ने देश की भेदभाव को शास्त्र विरूद्ध बताते हुए सनातन समाज को जाती-पांती में नहीं बंटने एवं एकजुट रहने का संदेश दिया। महाराज ने देश में बढ़ रही आर्थिक समानता को भी राम-राज्य के विपरित सिद्धांतों का परिणाम बताया व भगवान श्रीराम द्वारा भी सभी को समानता देने से परम पद प्राप्त किए जाने की बात कही। महाराज ने कथा प्रांगण में मौजूद श्रृद्धालुओं से सभी को समानता देकर प्रत्येक जीव के साथ अच्छा व्यवहार करने एवं किसी के साथ भेदभाव न करने का संकल्प दिलवाया।