सुहाग के साथ ही आंखों का तारा हुआ मौत का शिकार, घर में कोहराम, गांव में पसरा मातम।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 जून 2023। क्षेत्र के गांव सत्तासर में हुकुमसिंह गहरे शोक में डूबे है और उनके घर कोहराम मचा है। हुकुमसिंह सात बेटियों के पिता है और सभी बेटियों के विवाह के बाद सबसे छोटी बेटी वेदी कंवर के पति बहादुरसिंह को अपने बुढ़ापे का सहारा बनाकर साथ ही रखा। लेकिन आज हुकुमसिंह व उनकी पत्नी काल को कोस रहें है। वेदी कंवर अपने परिवार सहित खेत में ढाणी बनाकर रहती है। आज का दिन परिवार के लिए काला दिवस बन गया जब वेदी कंवर का 19 वर्षीय युवा पुत्र सवाई सिंह डिग्गी में डूब गया और उसे बचाने के लिए डिग्गी में कूदे उसके 39 वर्षीय पति बहादुर सिंह भी अकाल मौत का शिकार हो गए। एक बड़ी बहन और एक भाई के बाद तीसरी संतान सवाई सिंह मां का लाडला व नाना नानी की आंखों का तारा था। नानी व मां का हाल रो रो कर बेहाल है और उनके चीत्कार से गांव में मातम पसर गया है। ग्रामीण परिवार को सांत्वना दे रहें है और सरपंच सुनील मलिक, भाजपा नेता विक्रम सिंह ने संवेदना जताते हुए घटना पर गहरा दुःख प्रकट किया है। कार्यवाहक थानाधिकारी एसआई बलवीर सिंह अस्पताल पहुंच गए है। सिंह ने बताया कि बहादुर सिंह सोढ़वाली लूणकरणसर निवासी था व सत्तासर अपने ससुराल में रह रहा था। सोढ़वाली से उसके परिजन आने के बाद दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

सावधान किसानों, सीधी मौत से करें यूं बचाव।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। घटते भूजल के कारण क्षेत्र के कृषि कुंओं पर पानी के भंडारण के लिए डिग्गियों का निर्माण आवश्यक ही हो गया है। लेकिन पक्की डिग्गी में लगने वाली अत्यधिक लागत के कारण अधिकांश किसान तिरपाल की कच्ची डिग्गी ही बनवा पाते है। यह कच्ची डिग्गियां सीधी मौत का ही दूसरा नाम बन चुकी है एवं आए दिन क्षेत्र में इनमें डूब कर किसानों की मौत हो रही है। ऐसे में किसानों को इस सीधी मौत से बचाव के उपाय भी डिग्गी के निर्माण के साथ ही करने आवश्यक है। क्षेत्र की सामाजिक संस्था आपणो गांव सेवा समिति के कार्यकर्ता रामवतार सुथार ने डिग्गी में डूबने से होने वाली मौतों से बचाव के लिए कच्ची या पक्की दोनों ही प्रकार की डिग्गी के चारों कोणों पर तथा बीचोबीच एक-एक लकड़ी का मजबूत खूंटा गाड़ कर इन खूंटो से एक ग्रिड बनाते हुए आपस में लटकती हुई मजबूत रस्सी बांध देनी है जो पानी के आधे अंदर तक डूबी हुई रहें। इसके अतिरिक्त किसान 2 मजबूत खूंटे डिग्गी के किनारे पर गाड़कर इस में रस्सी बांध कर रख सकता है व इसे सदा के लिए रखना है। किसी भी परिस्थिति में कोई अनहोनी हो तो इन रस्सियों के सहारे डूबने से बचा जा सके। http://https://sridungargarhtimes.com/two-dead-bodies-reach-sridungargarh-hospital-read-news-of-painful-accident/