श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 दिसम्बर 2020। श्रीडूंगरगढ़ में एक ओर जहां दहेज नहीं लेकर कुछ प्रगतिशील परिवार इस कुरीति को बंद करने की प्ररेणा समाज को दे रहे है वहीं आज श्रीडूंगरगढ थाने में एक ही घर में दो भाईयों संग ब्याही गई दो बहनों ने न्याय मांगा। बड़ी बहन ने स्त्रीधन दिलवाने की मांग करते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले की जांच थानाधिकारी वेदपाल शिवराण करेंगे और शिवराण ने जानकारी देते हुए बताया कि कस्बे के आड़सर बास निवासी शारदा सारस्वा पुत्री सोहनराम सारस्वा ने रोड़ा, नोखा निवासी अपने पति हेतराज, देवर गजांनद, सास लक्ष्मीदेवी, ससुर भींवाराम, ननदें सुमनदेवी, सरोजदेवी पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। शारदा ने पुलिस को बताया कि मेरा व मेरी बहन गायत्री का विवाह हेमराज व गजानंद के साथ 13 जुलाई 2016 को हुआ। विवाह के दो माह बाद से ही आरोपियों ने कम दहेज देकर समाज में नाक कटवाने के नाम पर प्रताड़ना देना प्रारम्भ कर दिया। शारदा के पुत्र होने पर छुछक में एक लाख नगद व मोटरसाइकिल की मांग की और नहीं देने पर घर में नहीं घुसने देने की धमकी दी। पार्थिया के पीहर में आज समाज के लोगों द्वारा तीसरी पंचायत की गई परन्तु आरोपी गण नहीं माने व दहेज नहीं देने पर नहीं ले जाने की बात दोहराई व स्त्रीधन देने से मना करते हुए धक्का मुक्की की। अब पार्थिया ने पुलिस से स्त्रीधन दिलवाने व आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।