April 25, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 14 फरवरी 2020। तांबे के बर्तन में रखा पानी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इस पानी के सेवन से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। कई बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। www.myupchar.com  से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि तांबे के बर्तन में रखे पानी को ताम्र जल के नाम से जाना जाता है। तांबे के लोटे, जग या गिलास में कम से कम आठ घंटे रखा हुआ पानी फायदेमंद होता है। ताम्र जल से पीलिया में फायदे होता है, क्योंकि यह बैक्टेरिया को आसानी से खत्म कर देता है। डायरिया और पीलिया जैसे रोगों के बैक्टीरियां भी मर जाते हैं।

थायराइड ग्लैंड के लिए इसका सेवन अच्छा है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों में दर्द और गठिया की शिकायत होने पर लाभ देते हैं। त्वचा के लिए भी यह कम फायदेमंद नहीं है। सुबह तांबे के बर्तन का जल पीने से त्वचा चमकती है। पेट की समस्या जैसे गैस, एसिडिटी से भी छुटकारा मिलता है। वजन घटाने की योजना बना रहे लोगों के लिए यह फायदेमंद है। गर्भावस्था में भी इस पानी के पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि अधिक मात्रा में तांबे के बर्तन का पानी पीना भी नुकसान कर सकता है। तांबा शरीर में कोलेजन बनाने में मदद करता है और आयरन को अवशोषित करता है। इससे ऊर्जा पैदा करने का काम आसानी से हो जाता है।

www.myupchar.com की डॉ. मेधावी अग्रवाल का कहना है कि शरीर में अधिकांश तांबा लिवर, मस्तिष्क, दिल, किडनी और हड्डियों की मांसपेशियों में पाया जाता है। इसकी मात्रा सामान्य स्तर से ज्यादा या कम होना हानिकारक है।

तांबे में पानी पीने के लाभ तो हैं, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो कि अगर इस तांबे के बर्तन में रखी जाएं तो बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं। वास्तव में ऐसी पांच चीजें हैं जो कि तांबे के बर्तन में रखने से जहर बन जाती हैं।

नींबू : किसी भी रूप में नींबू का तांबे के बर्तन के संपर्क में आना नुकसानदायक है। नींबू में मौजूद एसिड तांबे के साथ क्रिया करता है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है।

दही : तांबे के बर्तन में दही रखना और उस दही को खाना सेहत के लिए हानिकारक है। इससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है। तांबे के बर्तन में रखे दही के सेवन से घबराहट और जी मिचलाने की समस्या हो सकती है।

सिरका : तांबे के बर्तन के साथ सिरका रखने पर रासायनिक क्रिया होती है जो कि सेहत के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि सिरका एक तरह का अम्लीय पदार्थ है।

अचार : तांबे के बर्तन में अचार रखने की गलती कभी न करें, क्योंकि अचार में मौजूद खटाई तांबे के साथ मिलकर सेहत बिगाड़ती है। अचार में भी सिरका होता है, जो कि तांबे के संपर्क में आने पर जहर बन जाता है।

छाछ : जिस तरह से दही तांबे के बर्तन में रखने से खाने-पीने लायक नहीं होता है, वैसे ही छाछ और तांबे के बर्तन का मेल गलत है।

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