श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 19 अप्रैल 2025। भंयकर गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देशों पर बिजली पानी को लेकर जिला प्रशासन द्वारा विभागीय अधिकारियों को जन समस्याओं के तुरंत समाधान करने के निर्देश देने की प्रेस विज्ञप्तियां तो आए दिन प्रशासन द्वारा जारी कर दी जाती है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा इन निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। इसका प्रमाण क्षेत्र में बिजली एवं पानी की बद से बदतर होती व्यवस्थाएं है। हालात यह है कि क्षेत्र के गांव सूड़सर की रोही में तो 60 परिवारों की बिजली तीन दिनों से बंद पड़ी है एवं इस कारण इन परिवारों के समक्ष पेयजल तक कि किल्लत हो गई है। गर्मी में पंखे, कुलर तो दूर की बात है इन कुंओं पर बिना बिजली पानी तक नहीं है पिने के लिए। ग्रामीणों ने बताया कि सूडसर के गागोणा जोहड़ जीएसएस से निकलने वाले बाढ़ फीड़र पर 30 कृषि कुंए है और इन कुंओं पर कृषक एवं श्रमिक 60 परिवार रह रहे है। गत शुक्रवार शाम को आए तेज अंधड़े में इस फीड़र के 10 पोल टुट गए एवं तार जमीन पर गिरे पड़े है। भागीरथ खोड़ के खेत में फीड़र की लाईन में यह नुकसान हुआ। इस कारण इस फीड़र पर तीन दिन से बिजली सप्लाई बिल्कुल ठप्प है। ग्रामीणों ने अंधड़ के कारण टुटे पोल, इंसुलेटर की जानकारी निगम अधिकारियों को तुरंत ही दे दी। लेकिन तब से अब तक निगम के अधिकारी ना तो सही करने के लिए सक्रिय हो रहे है एवं ना ही किसानों के फोन उठा रहे है। ग्रामीण बिशनलाल खोड, भागीरथ खोड, काशीराम भादू, दुर्गाराम मूंड, रूघाराम खोड, रामदयाल भादू, मुनीराम भादू, रामरतन जाखड़ आदि ने बताया कि जेईएन से लेकर एक्सईएन तक कोई अधिकारी ग्रामीणों के फोन नहीं उठा रहा है एवं ना ही कोई नए पोल लगाने पहुंचा है। ऐसे में सरकार द्वारा लू एवं तापघात के मौसम को देखते हुए दिए गए निर्देशों के हवा-हवाई होना सामने आ गया है।