पानी का एकमात्र सहारा छुटा, पूरा गांव पानी को तरसा, कस्बे में नागरिकों से छूट रहा धैर्य का दामन।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 17 सितबंर 2020। जलदाय विभाग और विवाद लगातार साथ चलते है विभाग की कार्यशैली नागरिकों को संतुष्ट करने वाली नहीं रहती और आक्रोशित नागरिक आए दिन कार्यालय का घेराव करते रहते है। निकटवर्ती गांव सातलेरा में पेयजल आपूर्ति का एकमात्र साधन मोटर जलने से पांच दिन से बंद पड़ा है और कस्बे के वार्ड 25 और 26 के नागरिक पानी के कनेक्शन नहीं दिए जाने से लगातार परेशान हो रहे है।
वार्डवासियों ने विभाग के घेराव की चेतावनी दी।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। वार्ड 25 और 26 में करीब 6 माह पूर्व हनुमान धोरा ट्यूबवैल से 6 इंच की पाइप लाइन डाली गई परंतु आज तक इससे कनेक्शन नहीं दिए गए है।
वार्ड के विक्रमसिंह राठौड़ ने बताया कि आज मौहल्ले में युवाओं ने बुजुर्गों व महिलाओं सहित एकत्र होकर इस समस्या के समाधान के लिए शुक्रवार को विभाग का घेराव करने की बात तय की। वार्डवासी कैलाश भार्गव ने कहा कि पानी एक दिन छोड़ कर एक दिन आ रहा है और वो मात्रा में बहुत कम जिससे पीने के पानी की भी पूर्ती नहीं हो पा रही है जिससे पानी के टैंकर डलवा वार्डवासी परेशान हो गए है।

सातलेरा में पेयजल संकट, ग्रामीणों में भारी आक्रोश।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ के सर्वाधिक निकटवर्ती गांव सातलेरा में भारी पेयजल संकट से ग्रामीण जूझ रहें है। गांव का एकमात्र ट्यूबवैल जिससे गांव में पेयजल सप्लाई होती है पिछले पांच दिन से खराब पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि पांच दिन पूर्व बिजली के वोल्टेज में उतार चढाव के कारण ट्यूबवैल की मोटर जल गई जिसकी जानकारी कई बार विभाग को दे दी गई है। ग्रामीणों का आरोप है की गांव में पानी के आपूर्ति का एक ही साधन है और इसके ठप्प होने से गांव में भारी पेयजल किल्लत हो गयी है। ग्रामीणों में रोष है कि विभाग की वजह से टैंकरों के पांच पांच सौ रूपए भुगतान करने पड़ रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग को जानकारी है कि इस गांव में पेयजल के लिए ये एकमात्र साधन है फिर भी लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीणों ने शीघ्र मोटर को ठीक करने की मांग करते हुए पेयजल आपूर्ति करने की मांग की है।

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