मंडी में 2 % टेक्स बढ़ाने के सरकारी फरमान का चौतरफा विरोध, दुबारा सोचे सरकार।





श्रीडूंगरगढ टाइम्स 6 मई 2020। कोरोना महामारी के संकट के किसान, व्यापारी हर वर्ग मंदी के दौर से गुजर रहा है और इस बीच राज्य सरकार का “कृषक कल्याण फीस” के नाम से 2 प्रतिशत टेक्स लगाने के फैसले के खिलाफ चौतरफा विरोध श्रीडूंगरगढ विधानसभा क्षेत्र में नजर आ रहा है।

विधायक गिरधारीलाल महिया ने आड़े हाथों लिया सरकार को, किसान-व्यापारी करेंगे हड़ताल।

श्रीडूंगरगढ टाइम्स। किसान छवि के नेता हमारे क्षेत्र के विधायक गिरधारी महिया ने इस फैसले की निंदा करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया है। महिया ने कहा कि सरकार लॉकडाउन के संकटकाल में किसान  हितों के साथ खिलवाड़ कर कृषकों पर अन्याय कर रही है। महिया ने  कहा कि 2% टेक्स की दर से कृषक कल्याण फीस तुरंत प्रभाव से लागू करके किसानों और व्यापारियों की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने का काम किया है। महिया ने कहा कि सरकार ने इस किसान-व्यापारी विरोधी फेसले को वापस नहीं लिया तो तीन दिन में सरकार के खिलाफ किसान-व्यापारी लॉकडाउन में अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जांएगे।  महिया ने सरकार के इस आदेश को  तुरन्त वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री को पत्र लिखा है।

सरकार किसान हित पर डाका नहीं डाले- सारस्वत

श्रीडूंगरगढ टाइम्स। भाजपा देहात जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि कॉंग्रेस सरकार ने कृषक कल्याण फीस का जो टेक्स लागू किया है वह किसानों हित पर सीधा डाका है। सारस्वत ने कहा कि इस फैसले का प्रभाव सीधा किसान को मिलने वाले भाव पर ही पड़ेगा  जिंससे क्रय करने वाले उतना ही कम दर पर जिंस खरीदेंगे। सारस्वत ने कहा कि किसानों चौतरफा मार पहले से झेल रहा है और अब यह फैसला उस बदतर हालात की और धकलने वाला साबित होगा। सारस्वत ने साफ किया कि इससे सरकार को राजस्व हानि होगी क्योंकि यह अवैध व्यापार को बढावा देगा। उन्होने कहा कि इस काले क़ानून का पुरजोर विरोध किया जाएगा और सरकार द्वारा इसे तुरंत वापिस लिए जाने की मांग करते है।

शेरूणा सरपंच प्रतिनिधि भी विरोध में उतरे

श्रीडूंगरगढ टाइम्स। इस टेक्स के विरोध में क्षेत्र के सरपंच भी उतरने लगे है। शेरूणा सरपंच प्रतिनिधि रणवीर सिंह ने इसका पूरजोर विरोध करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के बीच राज्य सरकार द्वारा लगाए गए इस टेक्स में किसानों पर 2% टैक्स “कृषक कल्याण फीस” के नाम पर लेना सरकार का गलत फैसला है। उन्होनें कहा कि सरकार ने इस फैसले से किसान व व्यापारी विरोधी सरकार होना साबित कर दिया है। उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर साधारण किसान भी इसके विरोध में है और सरकार को जनभावना समझते हुए इसे वापस लेना चाहिए।

श्रीडूंगरगढ कृषि मंडी का इस टैक्स के विरोध में लॉकडाउन

श्रीडूंगरगढ टाइम्स। फैसला आते ही तुरन्त श्रीडूंगरगढ कृषि मंडी ने इस टेक्स का विरोध करते हुए मंडी व्यापार को बंद रखने की घोषणा के साथ ही मंडी में व्यापारिक लॉकडाउन कर दिया था। फैसले के तुरन्त बाद व्यापार मंडल अध्यक्ष श्याम सुन्दर पारिक ने इसका पूरजोर विरोध करते हुए कहा कि यह फैसला किसान व व्यापारी के लिए घातक सिद्ध होगा।