श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 मई 2021। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में बढ़ता कोरोना हर किसी को चिंता में डाल रहा है लेकिन यहां पर शुरू हुए कोरोना बचाव के टीकों के कारण अब शीघ्र हालात बदलने की उम्मीद है। श्रीडूंगरगढ़ के सबसे बड़े गांव मोमासर में एक साथ 22 और 10 संक्रमितों की बड़ी संख्या आने के बाद गांव में नकारात्मकता का माहौल है एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण अपना कोरोना टेस्ट करवा कर भयमुक्त होना चाह रहे है लेकिन चिकित्सा विभाग के पास संसाधन सीमित है। ऐसे में चिकित्सा विभाग ने बुखार, आक्सीजन लेवल कम होने पर ही कोरोना जांच करना तय कर लिया है और इस बात को लेकर मोमासर में मंगलवार को लगे कोरोना सैम्पल शिविर में जम कर हंगामा हुआ। वहीं दूसरी और गांव मोमासर के लिए बड़ी खबर यह है कि गांव में बुधवार से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। ब्लाक सीएमएचओ डॉ. संतोष आर्य ने बताया कि इसके लिए covin.gov.in पर अपना पंजीयन करवा सकेगें एवं पंजीयन के बाद स्लाट खुलने पर अपनी बुकिंग करवा सकेगें। टीकाकरण केवल आनलाईन बुकिंग करवाने वालों का ही किया जाएगा। डाक्टर आर्य ने कहा कि सभी को सकारात्मक सोच के साथ चिकित्सा विभाग का सहयोग करने की आवश्यकता है। हम हमारे सभी संसाधनों को सेवा में झोंकें हुए है। घर में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित है तो पूरा परिवार संक्रमित ही माना जाता है एवं सभी के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है। इसी कारण प्रशासन द्वारा भी पूरे परिवार को होम क्वारंटीन किया जा रहा है। लेकिन लोगों ने कोरोना जांच को घरों से बाहर निकलने का माध्यम बना लिया है। जिस घर में संक्रमित हो उस घर के लोगों को जब तक किसी प्रकार की स्वास्थ्य दिक्कतें नहीं हो घरों से बाहर नहीं आना चाहिए । मोमासर में कोरोना संक्रमितों के परिवारों के लोग भीड़ बना कर चिकित्सालय में विरोध जता रहे थे, उनको सोचना चाहिए कि उनके कारण गांव में संक्रमण और कितना बढ़ सकता है। चिकित्सा क्षेत्र में हर जांच चिकित्सकीय आंकलन एवं सलाह के बाद ही होती है तो कोरोना के लिए भी यही तरीका है। हमारे चिकित्सक सभी का आंकलन कर रहे है एवं जो जांच के योग्य लग रहा है उनकी जांच की भी जा रही है। ऐसे में गांव पर आए संकट को दूर करने का सबसे बड़ा उपाय यही है कि जिस घर में संक्रमित आ गया, वह पूरा घर एवं उस घर के सभी सदस्य खुद को होम आईसोलेट कर लेवें।