श्रीडूंगरगढ की बेटी विवाह के दो साल में ही गाड़ी नहीं देने पर ससुराल से निकाली गयी।





श्रीडूंगरगढ टाइम्स 13 मार्च 2020। दहेज के लिए मारपीट के मामले लगातार क्षेत्र में दर्ज हो रहे है। होली के दिन मोमासर बास की एक और बेटी पुलिस थाने पहुंची और थानाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई। मोमासर बास की मुस्कान का विवाह 28 नवम्बर 2017 को पिता गौरीशंकर मोदी ने बड़े अरमानों के साथ दीपेश उर्फ मोनु मोदी पुत्र छगनलाल मोदी निवासी राजगढ, चुरू से के साथ धूमधाम से किया था। परन्तु विवाह के दूसरे दिन से ही पति दीपेश, ससुर छगनलाल, सास मनोहरीदेवी, नन्द नीतु ने दहेज कम लाकर बिरादरी में नाक कटवा देने के तानों के साथ गाड़ी व तीन लाख रूपए और पीहर से लाने की मांग की। मुस्कान ने पुलिस को बताया कि दीपेश परिवार सहित झोटवाड़ा जयपुर में रहता है वहीं ससुरालवालों ने उसे भूखा रखना, मारपीट करना शुरू कर दिया।

मुस्कान ने उनसे अपने पिता की हैसियत और दहेज देने की नहीं होने की बात कही। मुस्कान के पीहर आने व पीहर में ये बातें बताने पर पीहर से धीरज रखने व समय के साथ सब ठीक होने की सीख लेकर ससुराल चली जाती। आखिर करीब दस माह पुर्व तीन माह की गर्भवती मुस्कान को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया व गाड़ी, तीन लाख रूपए, सोने के आभुषण लेकर आने की बात कही। मुस्कान के ताऊ बजरंगलाल मोदी उसे गली में से घर ले आए। केस नहीं करने की बात पर मुस्कान के ससुर ने कहा कि डिलेवरी के बाद वे उसे ले जाऐगें। 15 अक्टुबर को मुस्कान की डिलेवरी हुई और मुस्कान की गोद में अनुराधा आ गई। मुस्कान ने कई बार पति को फोन किया पर वो पिता अपनी नवजात पुत्री को देखने नहीं आया। आखिर एक दिन ससुराल वाले आए और गाड़ी व तीन लाख की मांग को दोहराया। मुस्कान के पिता ने स्पष्ट रूप से कार व तीन लाख रूपए देने को मना कर दिया तो मुस्कान के साथ वहीं गाली गलौच करते हुए मारपीट करने पर उतारू हो गए। तभी दलीपसिंह राजपूत, राजकुमार मोदी ने बीच बचाव कर उसे छुड़वाया। आखिर होली के दिन मुस्कान ने स्त्रीधन बरामद करवाने व पति दीपेश सहित आरोपियों को सजा दिलवाने की गुहार लगाते हुए पुलिस थाने श्रीडूंगरगढ मे मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच प्रारम्भ कर दी है।