दूसरे दानदाता ने भी दिया प्रस्ताव, दो नेता, दो दानदाता, CMHO ने मांगा मार्गदर्शन।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 जून 2023। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में बनने वाले ट्रोमा सेंटर से जुड़ी एक ओर बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां पर पहले विधायक गिरधारीलाल महिया की पहल पर बाहेती परिवार द्वारा ट्रोमा सेंटर बनाने का एमओयू ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ किया जा चुका है वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा की पहल पर चांडक परिवार द्वारा भी ट्रोमा सेंटर का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे में अब जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इस संबध में चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक को पत्र देकर मार्गदर्शन मांगा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के इस पत्र के बाद क्षेत्र में पुन: चर्चाओं का माहौल गर्म हो गया है एवं ट्रोमा सेंटर का निर्माण दोनों नेताओं द्वारा अपनी अपनी पहल पर करवाए जाने की जोर आजमाईश की जा रही है।
यह है प्रकरण।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विधायक गिरधारीलाल महिया ने गत 18 मार्च को बाहेती परिवार द्वारा सशर्त ट्रोमा सेंटर के निर्माण का पत्र दिया था एवं उसी पत्र के आधार ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं बाहेती परिवार के बीच एमओयू भी दिनांक 10 मई 2023 को हो चुका है। वहीं अब जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा 27 मई को चिकित्सा विभाग के संयुक्त सचिव को भेजे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा द्वारा 17 मार्च 2023 को चांड़क परिवार द्वारा सशर्त ट्रोमा सेंटर बना कर दिया जाने का पत्र दिया गया था। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस संबध में 24 मार्च को चांड़क परिवार को बनाने की स्वीकृति देने की मांग भी चिकित्सा विभाग सचिव से की थी। लेकिन इसके बाद 10 मई को ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी द्वारा एमओयू करने के बाद 12 मई को जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दोनों में से किस दानदाता से निर्माण करवाया जाए के संबध में मार्गदर्शन भी मांगा था। लेकिन अभी तक कोई निर्देश नहीं मिले है। इस बीच स्वायत्त शासन विभाग द्वारा 19 अप्रैल को 16100 वर्ग मीटर भूमि का आंवटन भी चिकित्सा विभाग को करने की स्वीकृति जारी की जा चुकी है। अब गोदारा ने गत 26 मई को पुन: पवन कुमार चांडक परिवार द्वारा ट्रोमा सेंटर एवं उपजिला चिकित्सालय का निर्माण करवा कर देने का पत्र दिया है एवं इसी पत्र पर 27 मई को पुन: जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक को पत्र देकर दोनों में से किस दानदाता से निर्माण करवाया जाए इस बाबत मार्गदर्शन मांगा है।