October 9, 2024

कच्चे दूध से पूरे गांव के कार लगाकर पाबूजी से सुरक्षा की प्रार्थना की, अतिथियों के सम्मान के साथ संपन्न हुआ मेला।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 सितंबर 2024। गांव कोटासर में भोमियाजी दादोसा महाराज का मेला मंगलवार को भरा। विशाल भंडारे के साथ मंगलवार शाम को मेला संपन्न हुआ। अखंड ज्योत के बाद पाबूजी के नाम से कच्चे दूध की कार गांव के चारों ओर लगाई गई और अनेक प्रकार के रोग व्याधि से गांव की रक्षा करने की प्रार्थना की गई। ग्रामीणों ने बताया कि ये पुराने जमाने से परंपरा चल रही है जिसका आज भी पूरी आस्था व श्रद्धा से निर्वहन किया जाता है। दादोसा व पाबूजी महाराज के भव्य जागरण का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य कलाकार हरि राणा, गुड़ा कोलायत एवं पाबूजी महाराज के जागरण कलाकार मांगीलाल नानूराम जाखासर ने सुदंर भजनों की प्रस्तुतियां दी। यहां सूडसर से नाचते गाते पैदल यात्री पहुंचे और दादोसा महाराज के धोक लगाई। प्रतिवर्ष की भांति दादोसा रो लाडलो संघ, सूडसर अखंड ज्योत के साथ सुबह 10:00 बजे पहुंचा और ग्रामीणों ने पैदल यात्रियों का स्वागत किया। पांच दिवसीय मेले का समापन श्रीडूंगरगढ़ निवासी छाजेड़ परिवार के उत्तम कुमार छाजेड़, सूरत व हेमराज छाजेड़, दिल्ली, फुसराज छाजेड़, बेंगलुरू ने सवामणि का भोग लगाकर भंडारे के आयोजन के साथ ही मेला संपन्न हुआ। छाजेड़ परिवार के द्वारा भोमियाजी महाराज मंदिर की चार दिवारी व गेस्ट हाउस, सहित मंदिर निर्माण हेतु करवाए जा रहें विकास कार्य निरंतर प्रगति पर है। पैदल यात्री संघ सूडसर के अध्यक्ष संतोष सिंह ने 51 थाली भंडारे में संघ की ओर से दी। गांव के युवाओं ने मेले में आए सभी श्रद्धालुओं के लिए सेवा व्यवस्थाओं को संभाला तथा मंदिर समिति ने दानदाताओं सहित अनेक अतिथियों का सम्मान किया।

गौशाला परिसर में पक्षीघर का निर्माण, मूंधड़ा परिवार का जताया आभार।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कोटासर की श्रीकरणी गौसेवा समिति में दुलचासर के भैरूंदान केशरीचंद मूंधड़ा, रामकुमार मूंधड़ा द्वारा पक्षी घर का निर्माण करवाया गया है। निर्माण पूर्ण होने पर गौशाला समिति ने दानदात परिवार का आभार जताया। समिति के अगरसिंह परिहार ने बताया कि इस पक्षी घर को पक्षियों की सेवा में आगामी 10 अक्टूबर को समर्पित किया जाएगा।

हरि शर्मा ने पेश की ईमानदारी की मिसाल।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कस्बे में मंगलवार शाम रामवतार सैनी का पर्स तोलियासर मेले से लौटने के दौरान कहीं गिर गया। पर्स में उनके व परिवार जनों के आधार कार्ड, श्रमिक कार्ड, पेन कार्ड सहित अनेक जरूरी दस्तावेज व 3500 रूपए नगदी थे। वे पर्स को ढूंढते हुए परेशान हो थे। पर्स हरि शर्मा को मिला और शर्मा ने इसे सही मालिक तक पहुंचाने की जिम्मेदारी स्वयं की समझते हुए पर्स मालिक को लौटाया। शर्मा ने अनेक प्रयास कर रामवतार सैनी को सूचना दी और उसे पर्स लौटाया। सैनी ने पर्स में जरूरी दस्तावेजों के कारण उसे अमूल्य बताते हुए शर्मा का आभार जताया।

 

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