






श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 दिसम्बर 2020। एससीएल फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संपत सारस्वत व गांव सातलेरा के सारस्वत समाज ने सारस्वत समाज की भूमि पर तोड़ फोड़ करने की पालिका कार्रवाई की भत्सर्ना करते हुए समाज के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े रहने की बात कही। समाज के बुजुर्गों ने एक स्वर में कहा कि पालिका व अधिकारियों द्वारा राजनीतिक इशारों पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने की हम कड़ी निंदा करते है। गांव सातलेरा में सारस्वत समाज ने एकजुट होकर इसे पालिका प्रशासन की बड़ी भूल बताते हुए सारस्वत समाज सहित पूरे हिंदू समाज की आस्था के साथ छेड़छाड़ बताया। गांव में समाज के मालाराम सारस्वत, गौरी शंकर सारस्वत, राज सारस्वत, अमित सारस्वत, श्रवण कुमार सारस्वत, विजयपाल, नंदलाल सारस्वत ने पूरजोर विरोध प्रकट करते हुए कहा कि जानबूझकर अतिक्रमण हटाने के नाम पर समाज के साथ द्वेष्तापूर्ण कार्रवाई की है और न्याय के लिए हम आंदोलन में भाग लेंगे।
वहीं एससीएल फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संपत सारस्वत ने इस प्रेस नोट जारी करते हुए पालिका कार्रवाई को घृणित करार दिया। सारस्वत ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति चमकाने वाले नेताओं को श्रीडूंगरगढ़ में सोमवार को की गई कार्रवाई व गांव ठुकरियासर में सरस मंदिर पर की गई कार्रवाई का जबाव जनता को देना होगा। सारस्वत ने आक्रोश प्रकट करते हुए हिंदू समाज से एक होने का आव्हान किया व यज्ञशाला तोड़े जाने का पूरजोर विरोध करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी मिल एकता का प्रदर्शन करें जिससे उन दफ्तरों को ताला लग जाएं जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य करतें है। हम ये संघर्ष आलाकमान व राज्य सरकार तक पहुंचाएंगे और अंतिम श्वास तक इस जंग में पीछे नहीं हटेंगे।