श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 दिसम्बर 2020। श्रीडूंगरगढ़ में अधिकारियों ने अहंकार में यहां की बिजली पानी की व्यवस्थाओं को भी अंधकार में धकेल दिया है। आखिर जनता का दर्द सुनें तो सुनें कौन..? कस्बे के कई वार्डों में पेयजल आपूर्ति ठप्प पड़ी है वहीं गांव सातलेरा में तार टूटने से सर्द रात में ग्रामीणों ने उसकी पहरेदारी की। नागरिक अधिकारियों को फोन करके परेशान हो रहें है और जिम्मेदारों को जवाब देने की फुरसत ही नहीं है। कस्बे के वार्ड 36, वार्ड 38, वार्ड 39, वार्ड 40, वार्ड 27 एक हफ्ते से पेयजल आपूर्ति नहीं की जा रही है और परेशान नागरिक बीकानेर के कार्यालयों में फोन घुमा रहें है। वार्ड 36 के प्रहलाद सोनी ने बताया कि एक हफ्ते से घरों मे आपूर्ति नहीं हो रही है और टंकी से पानी ओवरफ्ला होकर व्यर्थ बहता है। वार्ड 38 के निवासी आसकरण सोनी ने कहा कि कस्बे में बार बार पेयजल व्यवस्था ठप्प हो जाती है। वार्ड 39 के निवासी त्रिलोकराम सुथार ने बताया कि पानी के लिए क्षेत्र के निवासी नहीं पूरे परिवार परेशान हो रहे है। वार्ड 40 के राजकुमार शर्मा ने बताया कि पानी के लिए तरसना सबसे अधिक दुखदाई है। पानी की आपूर्ति नहीं होने से महिलाएं कई तरह की समस्याओं से जुझ रही है, कई घरों में एक हफ्ते से कपड़े नहीं धूल पाएं है। नागरिक लगातार पेयजल आपूर्ति की मांग कर रहें है।
दूसरी ओर गांव सातलेरा में हरिरामजी मंदिर के पास विद्युत पोल पर डीपी में कई दिनों से फाल्ट होने की वजह से पूरे विद्युत पोल में करंट दौड़ रहा है। पोल का सपोर्ट वायर भी करंट मार रहा है। ग्रामीण नंदलाल सारस्वा, सांवरमल जाखड़, कैलाश सारस्वत ने बताया कि पूरे पोल में करंट दौड़ने से हादसे की आशंका बनी रहती है। और गुरूवार रात ग्रामीणों ने कोई पशु चपेट में नहीं आ जाएं इसके लिए पहरेदारी की। ग्रामीण लगातार जिम्मेदारों से इसे दुरस्त करवाने की मांग कर रहें है।