श्रीडूंगरगढ टाइम्स 1 दिसम्बर 2019। गांव उदरासर में आज हर ग्रामीण उदास है गांव के बडा के चले जाने से। गांव के किसान परिवार के ईसराराम जाट ने जीवन के सौ वर्ष पूरे करते हुए आज जीवन का साथ छोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि पुराने चुनावों की बातें बडा जोरकी बतावतां हा, आज सभी ग्रामीण बता रहे है कि बडा गांव की हथाई और गांव की गुवाड़ सूनी करग्या। अपने गांव में सबसे बुजुर्ग ईसराराम के चले जाने से पूरा गांव शोक में डूब गया है। आज प्रत्येक ग्रामीण उनके साथ बिताये संस्मरणों को याद कर उनकी ही बातें एक दूसरे से कर रहे है। गांव के दुलदास ने कहा कि बडा के जाने से नेतावां व चुनावां री चटकारै री हताईयाँ ही चली गयी है, उनकी पुरानी कथाओं में जो आज के युवाओं को रस आता था उस रस से गांव अब रीत गया है। ईसराराम के भरे पूरे परिवार में उनके 4 बेटे और नारायणराम, कुशलाराम, देदाराम, रामचन्द हैं। नारायणराम ने बताया कि उनके पिता ने कभी अंग्रेजी दवाई का प्रयोग नहीं किया व हंसमुख स्वभाव, देशी खाना ही उनके लंबे जीवन का राज रहा। ईसराराम जाट के भाई हीराराम भी जीवन का शतक पूरा करके संसार से 3 वर्ष पूर्व विदा हुए।