श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 20 फरवरी 2021। राजस्थानी भाषा हमारी मातृ भाषा ही नहीं हमारे जीवन के संस्कार व सभ्यता है ये विचार व्यक्त किए राजकीय महाविद्यालय श्रीडूंगरगढ़ में प्राचार्या डॉ. संध्या जैन ने और मौका था महाविद्यालय में मातृ भाषा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानव जीवन की पहली सीढ़ी मातृ भाषा है और बालक को मातृ भाषा मे दिया गया ज्ञान सहजता से हृदयंगम करता है तथा बालक का मानसिक विकास भी तेजी से होता है। कार्यक्रम में डॉ. आभा ओझा, अंजू सांगवा, राजश्री स्वामी, सहित स्टॉफ उपस्थित रहा। विद्यार्थी भगवती राजपुरोहित, डाली सायच, सवाई सिंह, दामोदर, ममता, सुमन ने भी राजस्थानी भाषा पर अपने विचार रखें।