May 19, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 27 जून 2020। क्षेत्र में चल रही निजी स्कूलों में फीस माफी मुहिम के दौर में निजी शिक्षण संस्थान संघ द्वारा ठोस पहल की गई है। संघ के जिलाध्यक्ष कोडाराम भादू ने बताया कि संघ द्वारा गत 25 जून को बैठक आयोजित कर विभिन्न विद्यालयों द्वारा अपनी मार्केटिंग के रूप में फीस माफी की घोषणाओं पर रोक लगाई थी एवं सर्वसम्मति से राज्य सरकार द्वारा स्कूल संचालन के निर्देशों, गाइडलाईन के बाद संगठन स्तर पर सामूहिक रूप से फीस में रियायत की घोषणा करने का निर्णय लिया गया था। संगठन से जुडे विद्यालय सरकारी निर्देशों के अनुसार अभिभावकों से गत सत्र की बाकी रही फीस ही ले रहे है। गत वर्ष के 1 मई से शुरू हुवा शैक्षणिक सत्र 30 अप्रेल 2020 तक पूरा हुवा है और इस सत्र में अधिकाशं समय पूरा हो गया था एवं स्कूलों द्वारा सभी विद्यार्थियों को पूरे वर्ष पढ़ाया गया था तो सरकार के निर्देशो की पालना करते हुए गत सत्र की फीस ही मांगी जा रही है। भादू ने नए सत्र में फीस माफी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक तो नए सत्र की शुरूआत ही अभी नहीं हुई है तो फीस मांगी ही नहीं जा रही। नए सत्र में शैक्षणिक कार्य शुरू होने की सरकारी अनुमति के बाद ही नए सत्र के अनुसार फीस पर सामूहिक निर्णय लिया जाएगा। लेकिन संगठन की इस सामूहिकता को संगठन विरोधियों द्वारा गलत ढंग से पेश किया गया व आम जन में यह भ्रांति पैदा की गई कि निजी स्कूलों ने फीस माफी नहीं करने का निर्णय लिया है। जबकि बैठक में निर्णय यही हुआ था कि हो सकता है कि इस वर्ष स्कूल संचालन आगामी अक्टूबर, नवम्बर से पहले व्यवस्थित ढंग से शुरू नहीं हो पाए। तो जब स्कूल संचालन शुरू होगें तब राज्य सरकार की गाईडलाईन के अनुरूप सामूहिक रूप से फीस माफी का निर्णय लिया जाएगा। क्षेत्र के सभी निजी शिक्षण संस्थान हमेशा से अभिभावकों के साथ खड़े है एवं सभी शिक्षण संस्थानों में संचालन समिति व अभिभावक हमेशा एकमत ही रहते है। क्षेत्र में लगभग सभी निजी शिक्षण संस्थानों में प्रति वर्ष ही फीस माफी के सैंकडों उदाहरण भी सामने आते है।

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