श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 1 मार्च 2022। जाति, धर्म, सम्प्रदाय के अपने अपने संस्कारो के साथ मानव अणुव्रती बनें जिससे व्यक्ति, समाज व राष्ट्र के भविष्य को उन्नत कर सकें। मानवता के हित के लिए आचार्य तुलसी ने जो आंदोलन खड़ा किया उस पर केवल चर्चा ना करें इसे आचरण में उतारें और समाज को पवित्र कर राष्ट्र का गौरव बढ़ाए। ये आह्वान श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र वासियों से तेरापंथ संघ साध्वीश्री चरितार्थप्रभा ने मालू भवन में आयोजित 74 वें अणुव्रत स्थापना दिवस पर व्यक्त किए। साध्वीश्री ने कहा कि सभी धर्म, मजहब जो भी हो मानवीयता में विश्वास करें, साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए प्रयास करें जिसकी वर्तमान में समाज को जरूरत है। साध्वी कृतार्थ प्रभा ने अणुव्रत गीत “नई दृष्टि हो, नई सृष्टि हो अणुव्रतों के द्वारा..” सुनाया व मंगल पाठ किया। आयोजन में मुख्य वक्ता समाजसेवी रूपचंद सोनी ने कहा कि आचार्य तुलसी ने मनुष्य जाति को ऐसा मार्ग दिया जिसे राष्ट्र निर्माण का व्रत कहा जा सकता है। सोनी ने सभी समिति सदस्यों से अणुव्रत को गति देने की बात कही। सोनी ने नशा मुक्त जीवन बनाने की प्रेरणा दी जिससे व्यक्ति समाज व देश स्वस्थ हो सकें। आयोजन में समिति उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी, समाजसेवी तुलसीराम चोरड़िया, मनीष नवलखा, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष पुखराज बरड़िया, पवन सेठिया, महावीर माली, तेरापंथ महिला मंडल मंत्री मंजूदेवी झाबक, पार्षद अंजू पारख ने अणुव्रत नियमों के बारे में बताते हुए इन्हें जीवन में धारण करने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन समिति सदस्य के.एल.जैन ने किया। इस दौरान कस्बे की अनेक संस्थाओं व विभिन्न क्षेत्रों के नागरिक उपस्थित रहें तथा तेरापंथ समाज के श्रावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहें।