श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 25 नवम्बर 2022। क्षेत्र के गांव बाडेला में कालूराम नायक अपने आप को सिद्ध तांत्रिक बताते हुए कालू भगत का डेरा संचालित करता था और छोटी मोटी घरेलू परेशानियां लेकर बड़ी संख्या में अंधविश्वास की शिकार महिलाएं यहां डोरा बनवाने आती थी। इन्हीं में से एक थी नापासर थाना क्षेत्र के गांव गुसांईसर छोटा की कमला देवी नायक। कमला भी यहां डोरा बनवाने आती थी और इसी दौरान उसके प्रेम सबन्ध बन गए। इसकी भनक लगने पर कमला के पति चौथाराम ने विरोध किया और इसी विरोध के चलते कमला ने अपने प्रेमी शेरुणा थाना क्षेत्र के गांव राजपुरिया निवासी भंवरलाल नायक, तांत्रिक कालू भगत के साथ मिल कर कुंड में धक्का देकर उसकी हत्या कर दी। बाडेला हत्याकांड में अभी तक कि यही कहानी निकल कर सामने आ रही है। गत 18 नवम्बर को कालू भगत के डेरे पर बने कुंड में चार दिनों से लापता व्यक्ति का शव मिलने की घटना में दर्ज करवाई गई मर्ग के पीछे इस सनसनीखेज अपराध की तह उधेड़ने का काम किया मर्ग के जांच अधिकारी हैड कांस्टेबल राकेश कुमार ने। मृतक चौथाराम के पुत्र गोविंदराम ने इस सबंध में पुलिस को चकमा देने के लिए मर्ग दर्ज करवाई थी और सामान्य आत्महत्याओं के जैसे इस घटना को भी आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया था। लेकिन मर्ग की जांच करते समय मामला संदिग्ध लगने पर गहराई से जांच की गई तो हत्या का मामला सामने आया। पुलिस द्वारा मर्ग में हत्या पाए जाने के बाद ही मृतक के भाई ने मृतक की पत्नी उसके प्रेमी, तांत्रिक पर हत्या करने और मृतक के पुत्र सहित अन्य लोगों पर षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने सभी 5 नामजद आरोपियों के साथ 6 आरोपियों को डिटेन किया है।