श्रीडूंगरगढ टाइम्स 29 मई 2020। किसान के जीवन में राहत आने का नाम नहीं ले रही है। टिडिडयों के कहर ने आज फिर श्रीडूंगरगढ क्षेत्र में प्रवेश किया है और क्षेत्र के किसानों की सांसे इनसे अपने खेत बचाने में अटकी पड़ी है। किसान टिडिडयों को भगाने में और खेतों में थालियां पीपे बजा कर इन्हें बैठने से अपने खेतों को बचाने में जुटें है। गुरूवार को तीन किलामीटर लंबा एक टिड्डी दल क्षेत्र से गुजरा तो क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली परन्तु शुक्रवार सुबह एक ओर टिडिडयों का दल आ धमका है। यह दल कल के टिड्डी दल से भी बड़ा बताया जा रहा है। आज का दल नारसीसर होते हुए श्रीडूंगरगढ की सीमा में प्रवेश किया। वहां से शेरूणा, जोधासर, लखासर, संवतसर, होते हुए श्रीडूंगरगढ की तरफ बढ रहा है। पटावरियों का दल और नायब तहसीलदार भी टिडिडयों के साथ ही चल रहे है। ये दल अभी कहीं बैठा नहीं है परन्तु उड़ते हुए किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है और पटवारी भी मुस्तैदी से नुकसान का जायजा ले रहे है। किसान थालियों व पीपों से उडाने के प्रयासों में जुटें है।