







श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 23 सितम्बर 2020। 100 फिट दूर तक झुलसा देने वाली आकाश छूती लपटें, साईरन बजाती दमकल गाड़ी और हर चेहरे पर बड़े हादसे का भय। ऐसा ही कुछ देखा और महसूस किया क्षेत्र के गांव बाडेला के ग्रामीणों ने मंगलवार रात्रि को। गांव की आबादी से कुछ ही दूर बने 33केवी जीएसएस पर मंगलवार रात लगी आग के बेकाबू होने के बाद पूरा गांव तीन घंटे तक दहशत में रहा कि कहीं आग की उड़ती चिंगारी किसी का आशियाना ना जला दें। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव बाडेला के 33केवी जीएसएस पर मंगलवार रात्रि करीब 11 बजे 33केवी में हुए फाल्ट से पावर ट्रांसफार्मर ने आग पकड़ ली। यहां पावर ट्रांसफार्मर पर ओवर लोढ़ होने के कारण उसमें डाला गया तेल उबल कर ट्रांसफार्मर के बाहर आ जाता है एवं तेल के कारण आग बेकाबू हो गई एवं भयावह आग से पूरा गांव भयभीत हो गया। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का बेहद प्रयास किया लेकिन आंच इतनी तेज थी कि कोई पानी को ट्रांसफारमर के पास भी नहीं पहुंचा पाया। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका की फायरब्रिगेड की गाड़ी को मौके पर बुलाया गया एवं श्रीडूंगरगढ़ मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित बाडेला में रात 2 बजे आग पर काबू पाया जा सका।
बिजली बंद, मूंगफली प्यासी।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बाडेला जीएसएस पर बाडेला गांव के घरेलू सप्लाई सहित गावं के करीब 160 ट्यूबवैल की सप्लाई होती है। आग में पावर ट्रांसफार्मर जलने के बाद इन सभी की सप्लाई कल रात से पूर्णतया बंद हो गई है। ऐसे में तेज धूप के कारण पकाव पर आई मूंगफली एक दिन बिना पानी के झुलसने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि घरों पर तो अभाव में दिन निकाल लेगें लेकिन कृषि कुंओं पर सप्लाई नहीं होने से इन 160 किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हो जाएगा। किसानों ने विभाग ने शीघ्र नया ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग की है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। आग के बाद जल कर खाख हुवा बाड़ेला का पावर ट्रांसफार्मर, बत्ती गुल।