May 15, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 2 जुलाई 2021। पादहस्तासन योग में खड़े होकर आगे की ओर झुका जाता है जिसमें अपने दोनों हाथों से पैर को छूना पड़ता है। पादहस्तासन योग हठ योग के 12 मूल आसनों में से एक है। पादहस्तासन योग पेट की चर्बी को कम करने, पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने, लम्बाई बढ़ाने और जांघ की मांसपेशियों को एक अच्छा खिंचाव देने के लिए जाना जाता है।

विधि
1.पादहस्तासन योग करने के लिए आप फर्श पर योगा मैट को बिछा कर उस पर सीधे खड़े हो जाएं।
2.आप पादहस्तासन योग करने के लिए ताड़ासन में भी खड़े हो सकते हैं।
3.अब अपने दोनों हाथों नीचे की ओर सीधा रखें और सामने की ओर देखें।
4.फिर अपने दोनों हाथों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर ले जाएं और उनको आपस में जोड़ लें।
5.अब अपनी साँस को बाहर की ओर छोड़ते हुये कमर के यहाँ से शरीर को मोड़ते हुयें नीचे की ओर झुकें।
6.ध्यान रखें कि अपने धड़ यानि अपने ऊपर के हिस्से को सीधा रखें बस कमर के यहाँ से मुड़ें।
7.अपने दोनों हाथों से जमीन को छूने का प्रयास करें।
8.अपने सिर को स्वतंत्र अवस्था में लटकने दें और अपनी गर्दन पर कोई खिंचाव ना बनाने दें।
9.अब सिर को अपने पैरो से जोड़ने का प्रयास करें और अपने दोनों हाथों को पैरों में लपेट लें।
10.अपनी क्षमता के अनुसार इस स्थिति में कुछ सेकंड के लिए रहें और 5-6 बार साँस लें।
11.अब अपनी प्रारंभिक आने के लिए अपने साँस को अन्दर लेते हुयें अपनी कमर को सीधा करते जाएं।

सावधानियां
1.यदि आप सायटिका की समस्या से परेशान हैं तो आप इस आसन को ना करें।
2.अगर आप पीठ के दर्द से परेशान हैं तो आप इस आसन को ना करें।
3.अगर आपकी जांघों में दर्द या हैमस्ट्रिंग में समस्या हैं तो आपको इस योग को करने से बचना चाहिए।
4.गर्भवती महिलाएं इस आसन को करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

लाभ
1.यह योग आपके शरीर की थकान को खत्म करता हैं और तनाव को कम कर के मन को शांति प्रदान करता हैं।
2.पाचन को सुधारने और चयापचय की क्रिया को बढ़ाने के लिए पादहस्तासन योग बहुत ही फायदेमंद होता है।
3.यह योग आपकी जांघ की मांसपेशियों को एक अच्छा खिंचाव देता है। पादहस्तासन संतुलन, मुद्रा और लचीलेपन में सुधार करता है। इसका नियमित अभ्यास आपके कद को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है।
4.रक्त परिसंचरण में सुधार करने में पादहस्तासन योग फायदेमंद होता है। इस योग को करने के लिए आपको आगे की ओर झुकना होता है जो विशेष रूप से शरीर के ऊपरी हिस्से में रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।
5.शारीरिक ग्रंथि को उत्तेजित करने में पादहस्तासन योग लाभदायक होता है। यह योग पीनियल और अधिवृक्क ग्रंथि को उत्तेजित करके उनकी कार्य प्रणाली को बेहतर बनता है।
6.पादहस्तासन योग लीवर और गुर्दों को स्वस्थ रखने के लिए एक अच्छा आसन हैं। लीवर और किडनी हमारे शरीर का मुख्य अंग होते हैं यह हमारे शरीर में विभिन्न प्रक्रार के महत्वपूर्ण कार्य जैसे पोषक तत्वों का भंडारण, पदार्थों को छानना, अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकलना आदि कार्य करते हैं। इस अंगों का अच्छे से काम करने पर हमें भोजन का अधिक लाभ मिलता हैं।

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