श्रीडूंगरगढ टाइम्स। 23 अप्रैल, 2019। कृषि में पद्मश्री से सम्मानित सूर्यदेव सिंह ने कहा कि सरकार यदि किसानो का कर्ज माफ करें तो यह किसानों पर एहसान नहीं उनका हक है। सिंह ने एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा खेती में काम आने वाली हर चीज मंहगी कर दी है, जबकि फसल का दाम पहले जितना ही है। सरकारों की दोगली नीति से किसानों पर गाज बन कर गीरी है और किसान खेती से विमुख हो रहे है। सिंह ने कहा कि नेताओं को बिना राजनीति, साफ तीयत और ईमानदारी से किसानों के हक उन्हें दिलाने चाहिए। राजनेता को चिंता करनी चाहिए की देश में कृषि क्षेत्र और उस पर भरोसा घट रहा है। हर साल खेती से जुड़े 12 हजार लोग आत्महत्याएं कर रहे है लोककल्याणकारी राज्य का ये चेहरा कितना भयावह है। आंध्र में चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक में कुमारस्वामी को किसानों की अनदेखी कर सत्ता से हाथ धोना पडा था। अब सरकारों को इससे सबक लेना चाहिए। किसान कर्जदार हो रहे है और हर साल 65 हजार करोड़ की फसल नष्ट हो जाती है। ये हालात अच्छे नहीं है। सिंह ने किसानों को उपज की लागत घटाने, बेहतर संसाधन मिलने, सिंचाई का पानी कैसे मिले, इसका रोडमैप वैज्ञानिक विधि से तैयार करने की मांग की।
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