April 25, 2024

श्रीडूंगरगढ टाइम्स 14 फरवरी 2020। कांग्रेस सरकार की ओर से पूर्व भाजपा सरकार के समय शुरू की गई भामाशाह योजना को बदलकर पिछले साल शुरू की गई जन आधार कार्ड योजना के तहत अब ये कार्ड नि:शुल्क ई—मित्र केन्द्रों के माध्यम से मिलेंगे। ज्ञात रहे ई-मित्रों पर सरकारी रेटों से अधिक राशि वसुल की जाती है परन्तु अब जनआधार कार्ड जनता को निशुल्क मिल सकेंगे। जिले के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जन आधार कार्डों का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। इसके लिए जिले के सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी और अधिशाषी अधिकारियों को निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर त्रुटिरहित जन-आधार कार्डों का वितरण करवाने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि जन आधार कार्ड प्रिटिंग के बाद सेवा-प्रदाता के माध्यम से सीधे ही स्पीड-पोस्ट से या फिर कोरियर के माध्यम से नगर निकाय, ब्लॉक मुख्यालयों पर पहुंचाए जाएंगे। इन कार्डों की डिलीवरी, ग्रामीण क्षेत्रों में विकास अधिकारी के जरिए की जाएगी। जबकि शहरी क्षेत्रों में उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी के स्तर पर डिलीवरी प्राप्त की जाएगी। विकास अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी के जरिए इन कार्डों की प्राप्ति, वितरण और त्रुटिपूर्ण कार्डों के निरस्तीकरण की कार्यवाही ऑनलाइन सम्पादित की जाएगी।
पिछले साल शुरू हुई योजना
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले साल 18 दिसबंर 2019 को इस योजना की शुरुआत की थी। योजना के लिए सरकार ने प्राधिकरण गठन का किया गया है। इसके माध्यम से जनाधार योजना की मॉनिटरिंग की जा रही है। इसका नोडल विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को बनाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में खाद्य सुरक्षा से जुड़े एक करोड़ 16 लाख लोगों को शुरुआत में नि:शुल्क जन आधार कार्ड दिया जाएगा। उसके बाद दूसरे चरण के माध्यम से बाकी लोगों को जन आधार कार्ड का वितरण किया जाएगा।
नोडल अधिकारी होगा नामांकित
विकास अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी अपने स्तर पर कार्ड वितरण की प्रक्रिया सम्पादित करने हेतु एक नोडल अधिकारी को नामांकित करेंगे। कार्डों की प्राप्ति उपरान्त विकास अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी की ओर से गहनता से जांच करवाकर त्रुटिरहित जन-आधार कार्डोंं को निवासियों को वितरित करवाने हेतु ई-मित्र संचालकों को सुपुर्द किया जाएगा। यदि किसी कार्ड में किसी प्रकार की त्रुटि अथवा डेमेज हो तो इन कार्डों को रिजेक्ट करते हुए प्रभारी अधिकारी (कार्ड वितरण) राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड जयपुर को लौटाया जाएगा।
इस तरह मिलेगा कार्ड
इस व्यवस्था के तहत ई-मित्र संचालक को कार्डों की सुपुर्दगी के बाद, राज्य स्तर से ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से संम्बन्धित निवासियों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर सम्बन्धित ई-मित्र संचालक से नि:शुल्क कार्ड प्राप्त करने से सम्बन्धित संदेश भेजा जाएगा। संदेश प्राप्त होने के बाद परिवार के मुखिया, परिवार की मुखिया या परिवार का कोई भी वयस्क सदस्य, जिसकी आधार संख्या जन आधार में दर्ज होगी, वो अपने अंगुलियों के निशान लगाकर अपना जन आधार कार्ड ई-मित्र संचालक से प्राप्त कर सकेगा। यदि किसी कारणवश अंगुलियों के निशान की प्रक्रिया सफल नहीं होती है तो ई-मित्र निवासी के मोबाइल पर ओटीपी के माध्यम से सत्यापन कर उसका जन-आधार कार्ड उसे सुपुर्द करेगा।
इस तरह होगा पंजीयन
ई-मित्र संचालक की ओर से लोगों को जन आधार कार्डों के वितरण की कार्यवाही ऑनलाइन सम्पादित की जाएगी। जिसकी प्रक्रिया निर्धारित कर दी गई है। किसी भी निवासी परिवार को जन-आधार कार्ड के पहली बार वितरण करने पर उस परिवार से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। जिन परिवारों के व्यक्तियों ने अभी तक जन आधार कार्ड के लिए पंजीयन नहीं करवाया है वे किसी भी ई-मित्र के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैंं।

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