श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 17 दिसम्बर 2020। श्रीडूंगरगढ नगरपालिका में सड़क निर्माण कार्य लगातार विवादों के घेरे में है और ये शहर के विकास के लिए नगरपालिका नहीं क्षेत्र में विवादपालिका बन गई है। लगातार यहां धांधलेबाजी के आरोप लग रहे है और बता देवें पूर्व में भी भ्रष्टाचार के मामले में जयपुर के गलियारों तक श्रीडूंगरगढ नगरपालिका का नाम गूंज चुका है। यहां सड़क निर्माण में पुरानी ईटें उखाड़ कर उन्हीं ईटों को पुनः लगाने का आरोप तो इस साल के प्रारम्भ से ही लग रहें है व आज पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष और भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य मानमल शर्मा ने वर्तमान सरकार को लपेटे में लेते हुए पालिका पर गंभीर आरोप लगाएं है। शर्मा ने कहा कि श्रीडूंगरगढ में विकास के नाम पर जनता के रूपयों से ठेकेदार, बिचोलिये और कर्मचारी मिलीभगत से अपने घर भर रहें है। उन्होनें कहा कि आड़सर बास के पुराने वार्ड 19 में रामदेव मंदिर से मामराज सारस्वत की चक्की तक नई सड़क बनी है। यहां चार साल पहले ही ईंटो की सड़क बनाई गई थी और वही ईंटे उखाड़ कर वापिस लगा कर नई सड़क के नाम पर भारी घोटाला किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि कोडाराम प्रजापत के घर से उत्तर दिशा में भीखाराम प्रजापत के आगे से नई सड़क का निर्माण हो रहा है जिसकी कोई स्वीकृति पालिका क्षेत्र में नहीं मिली है और ना ही इसका कोई टेंडर निकाला गया। शर्मा ने कहा कि जनता के रूपयों का ही नहीं सरकारी संसाधनों का भी दुरुपयोग हो रहा है और पूरा मामला जनता के सामने आना चाहिए।
जानें आपके सवालों के जवाब।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मानमल शर्मा द्वारा जारी प्रेस नोट पर सवाल खड़े करते हुए श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स ने पालिका के सिटी जेईएन भरत गौड़ ने बातचीत की। गौड़ ने जवाब देते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स- बिना स्वीकृति के सड़क निर्माण कार्य कैसे किया जा रहा है?
भरत गौड़- इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और शिकायत मिलते ही मामले की जांच प्रारम्भ कर दी है तथा दोषी फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स- बिना स्वीकृति के किए जा रहे इस कार्य का भुगतान कैसे किया जाएगा?
भरत गौड़- ये कार्य गलत किया गया है और इसका कोई भुगतान नहीं किया जाएगा।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स- जनता के धन का दुरुपयोग होने के आरोप लग रहे है।
भरत गौड़- इस मामले में ठेकेदार के कार्य का समय भी पूरा हो गया है और इस कार्य की कोई स्वीकृति नहीं दी गई थी व मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी और गलत भुगतान नहीं किया जाएगा।