श्रीडूंगरगढ टाइम्स 23 नवबंर 2019। विधायक गिरधारी माहिया ने कहा कि दीपावली के तुरन्त बाद बेमौसम वर्षा के कारण क्षेत्र में 50% से ज्यादा फसल नष्ट हो गई। किसान खून के आँसू रो रहे है ऐसे में किसानो के हक के लिए प्रत्येक वर्ग को आगे आना होगा। महिया ने कहा कि नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने अभी तक किसी तरह की राहत की घोषणा नहीं की तथा बीमित फसल का बीमा कम्पनीयां भी खराबे का रुख स्पष्ट नहीं कर रही है। अगर आगामी सात दिन में बीमा कम्पनियों ने रूख स्पष्ट नहीं किया तो क्षेत्र के किसान अब अपने हक की लड़ाई सड़कों पर लड़ेंगे। महिया ने कहा कि सरकार या प्रशासन किसानों के हित को गंभीरता से नहीं ले रही है और सात दिन बाद अखिल भारतीय किसान सभा आन्दोलन करेगी। महिया आज अखिल भारतीय किसान सभा तहसील कमेटी की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। सभा की बैठक तहसील अध्यक्ष अमर गिरी गोस्वामी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । गिरी गोस्वामी ने कहा कि सरकार ने किसानो के कर्ज माफी किये हुए 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद कर्ज माफ नहीं किया है सरकार इस पर ध्यान दें व किसानों को राहत देने का कार्य करें। राज्य कमेटी सदस्य कॉमरेड मोहन भादू ने बताया कि बेमौसम वर्षा से खराब हुई फसल से किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है मजबूरन अपनी फसल को बाजार में ओने पोने दामों में बेच रहे है। फिर भी विद्युत निगम बकाया के नाम पर किसानो के कृषि कनेक्शन काट रहे है। विद्युत विभाग अपनी नाकामी छिपाने के लिए किसान को निशाने पर लेकर कार्यवाही कर रहा जो यहां के किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे । तहसील सचिव राजेन्द्र जाखड़ ने कहा कि सरकार किसानों कि कुर्की तुरन्त प्रभाव से रूकवायें अन्यथा किसानों को आन्दोंलन की राह पर चलना होगा। बैठक में रामप्रताप शर्मा, गोपाल भादू, दौलत राम मेघवाल, मुखराम गोदारा, रामकरण नाथ सिद्ध, पेमाराम नायक, तोलाराम सुथार, किरतार राम मेघवाल, चुनीलाल टाडा, माम राज गोदारा, राजेन्द्र जाखड़ ने भी विचार रखे व उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देने के लिए 11 सूत्री मांग पत्र तैयार किया गया।
बैठक में श्रद्धाजंलि दी
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। अखिल भारतीय किसान सभा कि बैठक प्रारम्भ करने से पहले विधायक सहित उपस्थित सभी सदस्यों ने झंझेऊ व लखासर के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसों में मृतकों को दो मिनिट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की।