श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 अगस्त 2020। क्षेत्र में फाके की समस्या किसानों के लिए सिरदर्दी बनी हुई है और कृषि विभाग द्वारा किए जा रहे नियंत्रण के प्रयास नाकाफी साबित हो रहें है। विभाग ने और जिलाकलेक्टर स्वयं किसानों को अपने स्तर पर प्रयास करने का आग्रह कर चुके है। परन्तु किसान अभी भी विभाग के भरोसे और केवल कीटनाशक के अधिक प्रयोग पर जोर दे रहे है। ऐसे में क्षेत्र के गांव गुसाईंसर बड़ा के किसान लालचंद गोदारा, मामराज नायक, गोपालाराम लुहार ने अपने खेत के फाके से निपटारे के लिए परंपरागत तरीका अपना कर ना केवल अपनी फसलों को बचा रहें है वरन् अत्यधिक कीटनाशक के छिड़काव से होने वाले नुकसान से भी अपनी जमीन व फसल को बचा रहें है। यहां किसानों ने खेत के चारों और खाई खोद कर फाके का पूर्ण निस्तारण अपने स्तर पर ही कर लिया है। खाई में हवा के साथ फाका आकर गिरने पर राख में कीटनाशक मिला कर उनका खात्मा ये किसान कर रहें है। खाई बनाने से फाका अगले खेत तक नहीं पहुंच सकता और पास ही खेतों को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। किसान अपने परिश्रम से इस समस्या का सामना कर सकता है क्योंकि विभाग सभी खेतों पर अपनी पहुंच दर्ज नहीं करवा सकता और ऐसे में विभागीय कार्यवाही के इंतजार में कहीं फसलों का अधिक नुकसान ना उठाएं। इसके लिए किसानों स्वयं जागरूक होकर प्रयास करें ये अधिक उचित है।