श्रीडूंगरगढ टाइम्स 4 फरवरी 2020। त्वचा साफ सुथरी हो तो सभी को अच्छा महसूस होता है, लेकिन थोड़े भी दाग-धब्बे तनाव का कारण बन जाते हैं। प्रदूषण, संक्रमण के कारण शरीर पर फोड़े-फुंसी हो जाते हैं और कई बार दर्द, जलन व खुजली भी होती है। फोड़ा या फुंसी त्वचा पर गांठ की तरह होता है जो कि पिम्पल जैसा दिखता है।www.myUpchar.com के एम्स के डॉ. उमर अफरोज का कहना है कि आमतौर पर फोड़े-फुंसी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता है। बैक्टीरिया जब शरीर के अंदर जाता है तो इम्यून सिस्टम संक्रमण से लड़ने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं को प्रभावित क्षेत्र में भेजती हैं। जैसे ही सफेद रक्त कोशिकाएं बैक्टीरिया पर हमला करती हैं, उसके आसपास के ऊतक नष्ट हो जाते हैं। इससे वहां खाली जगह बन जाती है और पस से भर जाती है।
www.myUpchar.com के डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि गुलाबी या लाल रंग के फोड़े-फुंसी में पस भी पड़ जाता है और इसमें दर्द भी होने लगता है। इनका इलाज जितना जल्दी किया जाए उतना अच्छा है। ऐसे कई घरेलू उपचार हैं, जिनसे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
हल्दी : हल्दी में औषधीय गुण होते हैं। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं जो फोड़े-फुंसी के उपचार यह कारगर साबित होती है। इसके लिए एक से डेढ़ चम्मच हल्दी का पाउडर लेकर उसमें पानी या दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं और उसे संक्रमित जगह पर लगाएं। इस पेस्ट को करीब 30 मिनट रखें फिर पानी से धो लें। कुछ ही दिन में फायदा नजर आएगा।
नारियल का तेल : नारियल के तेल में भी एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो फोड़े-फुंसी से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके साथ टी ट्री ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीसेप्टीक गुण होते हैं। दोनों को मिलाकर मिश्रण बनाएं और दिन में तीन-चार बार प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। इस प्रक्रिया को सप्ताह भर दोहराएंगे तो फायदा मिलेगा।
एलोवेरा : एलोवेरा काफी फायदेमंद हो सकता है। एलोवेरा को पीसकर उसमें हल्दी मिलाएं और इस पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इसे दिन में दो बार दोहराएं।
बेकिंग सोडा : बेकिंग सोडा के साथ नमक मिलाकर मिश्रण बनाकर फोड़े फुंसी को पकाने और उसका पस निकालने में मदद मिलती है। इन्हें मिलाकर पानी के साथ पेस्ट बनाएं और करीब 20 मिनट रहने दें। फिर पेस्ट हटाने से पहले हल्का सा दबाकर पस को निकालें। दिन में एक बार ही इस प्रक्रिया को करें। बेकिंग सोडा एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण संक्रमण से बचाता है।
तुलसी : एंटीबैक्टीरियल गुण वाली तुलसी फोड़े-फुंसी से छुटकारा दिला सकती है। तुलसी की पत्तियों को पीसकर लेप तैयार कर लें और इसे फोड़े-फुंसी पर लगाएं।
नीम : नीम का एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण फोड़े-फुंसी सही करने में मदद करता है। इसके लिए नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे फोड़े-फुंसी पर लगाकर 20 मिनट रहने दें और फिर साफ पानी से धो दें। इस उपाय को दिन में तीन-चार बार कर सकते हैं।
सेंधा नमक : सेंधा नमक में गर्म पानी मिलाकर प्रभावित त्वचा को करीब 20 से 30 मिनट उसमें रखें। यह प्रक्रिया फोड़े फुंसी से होने वाले दर्द में भी राहत देती है।