May 3, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 जून 2022। आने वाला ये सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा पढ़ें राजगुरु पंडित रामदेव आचार्य के साथ। आप सभी तक सटीक जानकारी पहुंचे इसीलिए हम राशिफल को कहीं से कॉपी पेस्ट नहीं कर हमारे क्षेत्र के आचार्य द्वारा तैयार किया गया है। जिससे आपको कोई संशय हो तो आप आचार्य को फोन कर समाधान प्राप्त कर सकते है।

नूतन सप्ताह विक्रम संवत् 2079, ज्येष्ठ शुक्ला 13/14, वार – रविवार , दिनांक – 12-06- 2022 से आरंभ होकर आषाढ़ कृष्णा 5/6, शनिवार , दिनांक- 18-06- 2022 तक रहेगा । आइए जानते हैं मेष आदी 12 राशियों के लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा ?

पाठकों के संशय की निवृत्ति हेतु विशेष-
जातक अपनी जन्म राशि से राशिफल देखें या प्रचलित नाम से राशिफल देखें ?
विवाह में, सभी संस्कारों में, यात्रा में ,ग्रहगोचर विचार में, जन्म राशि से विचार करना चाहिए नाम राशि से नहीं।
गृह कार्य में, ग्राम वास विचार में, मंत्र ग्रहण करने में, युद्ध के विचार में ,नौकर रखने में, नौकरी करने में नाम राशि से विचार किया जाता है जन्म राशि से नहीं।
यथोक्तं –
विवाहे सर्वसंस्कारे यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशि प्रधानत्वं नामराशिं न चिंतयेत् ।। गृहे ग्रामे तथा मन्त्रे युद्धे वा स्वामिसेवके । नामराशि प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिंतयेत् ।।

1.मेष
चू-चे-चो-ला, ली-लू-ले-लो-अ ( अश्विनी १-४, भरणी १-४, कृत्तिका-१)
मेष राशि के जातकों के लिए सप्ताह के आरंभ में धन प्राप्ति के योग के साथ ही दांतों में विकार उत्पन्न होने की आंशिक संभावनाएं बन रही है। सोमवार से गुरुवार तक का समय कष्टप्रद रहने की संभावना प्रतीत हो रही है इस दौरान रकम लेन – देन करते समय विशेष ध्यान रखें अन्यथा आपको आर्थिक नुकसान भी संभव है एवं वाद-विवाद से यथासंभव बचने का प्रयास करें अन्यथा आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि शुक्रवार एवं शनिवार सुखद ही रहने के आसार प्रतीत हो रहा है।

2. वृषभ
ई-उ-ए ,ओ-वा-वी-वू , वे-वो (कृत्तिका २-४, रोहिणी १-४, मृगशिरा-१-२)
वृषभ राशि के जातकों के लिए सप्ताह की शुरुआत आर्थिक लाभ के साथ होने की संभावनाएं तो प्रतीत हो रही है किंतु व्यापार क्षेत्र में जागरूकता के अभाव में लाभप्रद सौदा हांथ से निकल सकता है अतः व्यापार करते समय विशेष सावधान रहें। सप्ताह के मध्य में स्वास्थ्य संबंधित विकार उत्पन्न होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। अतः अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। सप्ताहांत सुखद ही रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं

3. मिथुन
का-की,कु-घ-ड़-छ,के,को,ह (मृगशिरा-३-४, आर्द्रा १-४, पुनर्वसु १-३)
मिथुन राशि के जातक यदि इस सप्ताह यदि कोई नया कार्य आरंभ करने जा रहे हैं तो कृपया उसे रविवार तक के लिए टालने का प्रयास करें। सोमवार से गुरुवार तक का समय लाभप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। किंतु शुक्रवार एवं शनिवार का समय कष्टप्रद रहने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। मिथुन राशि के जातकों के लिए बुधवार को हरे रंग के वस्त्र धारण करना उपयुक्त रहेगा अतः बुधवार को हरे रंग के वस्त्र धारण करें एवं गाय को हरी घास खिलाएं।

4.कर्क
ही,हू-हे-हो-डा, डी-डू-डे-डो (पुनर्वसु-१,पुष्य-१-४,आश्लेषा १-४)
कर्क राशि के जातकों के लिए सप्ताह के आरंभ में पेट दर्द या गैस संबंधित विकार उत्पन्न होने से इंकार नहीं किया जा सकता है अतः आहार ग्रहण करते समय विशेष ध्यान रखें। यदि इस सप्ताह आप कोई विशेष कार्य करने जा रहे हैं तो कृपया उसे मंगलवार तक के लिए टालने का प्रयास करें इस दौरान किसी से भी वाद-विवाद आदि नहीं करें अन्यथा आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है । बुधवार से शुक्रवार तक का समय लाभप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। किंतु शनिवार का दिन कुछ कष्टप्रद रहने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
विशेष- कृपया इस सप्ताह यथासंभव नित्य हनुमान जी की आराधना करें।

5. सिंह
मा-मी-मू-मे, मो-टा-टी-टू- टे (मघा-१-४, पूर्वाफाल्गुनी-१-४, उत्तराफाल्गुनी-१)
सिंह राशि के जातकों के लिए सप्ताह का आरंभकाल कीसी मनोवांछित कार्यसिद्धि की ओर संकेत प्रदान कर रहा है। किंतु सोमवार एवं मंगलवार को आहार ग्रहण करते समय विशेष ध्यान रखें अन्यथा आपको पेट संबंधित रोग उत्पन्न हो सकते हैं। सप्ताह के मध्य में आपके द्वारा निर्मित योजनाएं विफल हो सकती है अतः सावधान रहें। कृपया बुधवार को भगवान गणेश जी की आराधना करें एवं गुरुवार को पिले वस्त्र धारण करें। सप्ताह का अंतिम चरण लाभप्रद रहने के ही आसार प्रतीत हो रहे हैं।

6.कन्या
टो-प-(प्र )-पी,पू- ष-ण-ठ,पे-पो (उफा.-२-४, हस्त- १-४,चित्रा-१-२)
कन्या राशि के जातकों के लिए रविवार को आर्थिक नुकसान के साथ ही सोमवार एवं मंगलवार को धन-लाभ की भी संभावनाएं प्रतीत हो रही है। सप्ताह के मध्य में पेट दर्द या गैस संबंधित विकार उत्पन्न होने की भी संभावनाएं प्रतीत हो रही है। सप्ताह के अंत में यदि आप कोई विशेष कार्य करने जा रहे हैं तो कृपया उसे कुछ समय के लिए निरस्त करे अन्यथा आपकी समस्त योजनाएं विफल हो सकती है।
विशेष -शनिवार के दिन हनुमान जी की विशेष उपासना करें।

7.तुला
रा-री,रू-रे-रो-ता,ती-तू-ते
(चित्रा-३-४, स्वाति-१-४, विशाखा-१-३)
तुला राशि के जातको के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव युक्त रहने की संभावनाएं प्रतीत हो रही है। सप्ताह की शुरुआत में आर्थिक नुकसान की संभावनाएं भी प्रतीत हो रही है एवं कलह की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अतः सावधान रहें किंतु बुधवार एवं गुरुवार के दिन आर्थिक दृष्टिकोण से लाभप्रद रहने के आसार भी प्रतीत हो रहे हैं। सप्ताह के अंतिम चरण में विशेष सावधानी बरतें अन्यथा आपके द्वारा निर्मित समस्त योजनाएं विफल हो सकती है एवं आपका अपनी संतान के साथ मतभेद भी होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। शुक्रवार एवं शनिवार को आहार ग्रहण करते समय विशेष ध्यान रखें अन्यथा आपको पेट में गैस संबंधित या पेट दर्द संबंधित रोग उत्पन्न हो सकता है।
निवारण – सम्पूर्ण सप्ताह नित्य हनुमान जी की उपासना के साथ दिन की शुरुआत करें।

8. वृश्चिक
तो,ना-नी-नू-ने,नो-या -यी-यू
(विशाखा-१, अनुराधा-१-४, ज्येष्ठा-१-४)
वृश्चिक राशि के जातकों को सप्ताह की शुरुआत में कोई अप्रिय समाचार मिलने की संभावना प्रतीत हो रही है। सप्ताह के मध्य में आर्थिक नुकसान के साथ ही स्वास्थ्य संबंधित विकार उत्पन्न होने की भी प्रबल संभावनाएं प्रतीत हो रही है। इस सप्ताह शत्रु आपको किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं। अतः शत्रुओं से विशेष सावधान रहें। सप्ताह के अंतिम चरण में पेट दर्द या गैस संबंधित विकार उत्पन्न होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है अतः आहार ग्रहण करते समय विशेष ध्यान रखें। हालांकि सप्ताह के अंतिम चरण में आर्थिक लाभ की भी संभावनाएं बन रही है।
निवारण- सोमवार एवं मंगलवार को पक्षियों की प्यास की निवृत्ति के लिए घर की छत पर शुद्धजल की व्यवस्था करें।

9.धनु
ये- यो- भ-भी,भू- ध- फ -ढ-,भे
(मूल-१-४,पूर्वाषाढ़ा-१-४,उत्तराषाढ़ा-१)
धनु राशि के जातकों के लिए सप्ताह की शुरुआत आर्थिक दृष्टिकोण से लाभप्रद रहने की संभावनाएं तो प्रतीत हो रही है किंतु सप्ताह की शुरुआत में कोई अप्रिय संदेश मिलने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। सप्ताह के मध्य में आर्थिक नुकसान की संभावनाएं भी प्रतीत हो रही है। कृपया शत्रुओं से विशेष सावधान रहें अन्यथा वे आपको किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि शनिवार को यथासंभव आंशिक लाभ की संभावना भी प्रतीत हो रही है।
निवारण- सोमवार को भगवान शिव को “ओउम् नमः शिवाय” मंत्र से बिल्वपत्र अर्पण करें।

10. मकर
भो-जा-जी, खी-खू-खे-खो, ग-गी
उत्तराषाढा २-४,श्रवण- १-४, धनिष्ठा-१-२)
मकर राशि के जातकों के लिए सप्ताह की शुरुआत सुखद एवं लाभप्रद ही रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। किंतु बुधवार से शनिवार तक का समय कष्टप्रद रहने के आसार भी प्रतीत हो रहे हैं। इस दौरान किसी आर्थिक नुकसान होने या कोई अप्रिय समाचार मिलने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। कृपया बुधवार से शनिवार तक वाद-विवाद से यथासंभव बचने का प्रयास करें, रकम लेनदेन करते समय विशेष सावधानियां रखें।
विशेष – बुधवार को भगवान गणेश जी को दुर्वा (हरी दूब) अर्पण करें। एवं शनिवार को गाय को गुड़ या घास खिलाएं।

11. कुंभ
गू-गे,गो-सा-सी-सू, से- सो-द
(धनिष्ठा-३-४, शतभिषा-१-४,पू.भा.-१-३,)
कुंभ राशि के जातकों का यह सप्ताह उतार-चढ़ाव युक्त रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। सप्ताह के आरंभ किसी के साथ झगड़ा होने की संभावनाएं प्रतीत हो रही है जिससे जातक स्वयं को भयग्रस्त अनुभव कर सकते हैं। कृपया इस दौरान अपनी वाणी पर नियंत्रण रखते हुए मर्यादित आचरण करें। किंतु सप्ताह का मध्यकाल सुखद एवं लाभप्रद रहने के आसार भी प्रतीत हो रहे हैं। सप्ताह के अंतिम चरण में किसी अप्रिय समाचार के मिलने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। शनिवार का दिन मध्यम ही रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं।
विशेष- कुंभ राशि के जातकों के लिए यथासंभव मंगलवार एवं शनिवार को हनुमान जी की विशेष उपासना के साथ ही सम्पूर्ण सप्ताह में नित्य हनुमान चालीसा या संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ करना श्रेष्ठ रहेगा।

12. मीन
दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची (पूभा.-१, उ.भा.-४, रेवती- ४)
मीन राशि के जातकों को सप्ताह के आरंभ में शारीरिक पीड़ा उत्पन्न होने की संभावनाएं प्रतीत हो रही है। अतः अपने स्वास्थ्य संबंधित विशेष ध्यान रखें। बुधवार से शुक्रवार तक का समय सुखद एवं लाभप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं किंतु शनिवार का दिन कुछ कष्टप्रद रहने की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। कृपया शत्रुओं से विशेष सावधान रहें अन्यथा वे आपको किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं। वर्तमान समय में आपकी गोचर कुण्डली में शनि के द्वादश स्थान में स्थित होने के कारण अनेक प्रकार के अनर्थ की आशंकाएं प्रतीत हो रही है। अतः यथासंभव नित्य हनुमानचालीसा या संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ करें एवं श्रेष्ठ समय में शनिमुद्रिका धारण करें।

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