श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 सितंबर 2021। लगातार चार दिनों से बरस रहें बादलों ने गांवो में आम जनजीवन ठप्प कर दिया है। चारों ओर पानी भरा व परेशानी झेली परंतु गांव मोमासर, सुरजनसर, उदरासर, लोढेरा, मणकरासर, सातलेरा, जालबसर में 50 से अधिक कच्चे मकान भरभरा कर गिर गए। कुछ गरीबों के रहने के आशियाने उजड़ गए और कई मकानों में दरारें आ गई है। छतें टपकने लगी है और गांवो में बिजली गुल है। बिजली विभाग को चाहिए कि शीघ्र बिजली व्यवस्था दुरस्त करें जिससे ग्रामीणों को आटा पीसने जैसी समस्या से नहीं जूझना पड़ें। घरों में पानी घुसने से घरों की व्यवस्था गड़बड़ा गई है और बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग महिलाएं पुरुष सभी घर से पानी निकालने में व्यस्त है। आप भी खबर में नीचे देखें क्षेत्र के विभिन्न गांवो से बारिश बाद बची तबाही की तस्वीरें।
पंचायत सुरजनसर में 30 से अधिक मकानों को नुकसान, स्कूल खतरे में।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। ग्राम पंचायत सुरजनसर में भैरू पुत्र आसुराम नाई धीरेदेसर पुरोहितान, डॉ. लिछुराम पुत्र माणकराम नाई, सुरेंद्रसिंह पुत्र अमर सिंह राजपुरोहित, मालाराम पुत्र फुसाराम सुथार सुरजनसर, बुधाराम पुत्र गिरधारीराम नायक, मालाराम पुत्र चांदाराम सांसी, शंकरलाल पुत्र नानुराम मेघवाल, मालाराम पुत्र भानुराम मेघवाल, सत्यनारायण पुत्र मालाराम मेघवाल, सुंदरलाल पुत्र रुघाराम सांसी, मांगीलाल पुत्र मालाराम जाट, दूर्गाराम पुत्र मोटाराम मेघवाल, कुन्नी देवी पत्नी भानूराम मेघवाल, बजरंगलाल पुत्र चंदाराम शर्मा, लालचंद पुत्र पुत्र नत्याराम शर्मा, नेपाराम पुत्र तारुराम मेघवाल, तुलसीराम खेताराम शर्मा, मेघाराम आसुराम जाट, अर्जुनराम खेताराम, दीनदयाल बेगाराम जाट, बेगाराम नानुराम मेघवाल के घरों को नुकसान पहुंचा। सरपंच ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि गांव में मदद की सख्त जरूरत है। पानी निकासी से लेकर, सड़को की मरम्मत, व जिनके सर से छत छिन गई उन्हें राहत देने की सख्त जरूरत है। गांव की स्कूल से पानी निकासी के लिए हनुमान डूडी ने विधायक को पत्र लिखा। स्कूल के भवन में पानी भरने के साथ ही छत पर पानी टपकने लगा है।
डेलवां में 5 मकान गिरे, रास्ते कटे।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। डेलवां गांव में 6 घरों में नुकसान हुआ व लगातार चार दिन से बिजली बाधित है। गांव में दुलाराम डेलू के एक पुराने बने कमरे में चौधरी पंचायत का सामान रखा था जिसके ढह जाने से पंचायत के करीब 1 लाख के बर्तन सहित सामान टूट फुट गया। गांव में गरीब परिवार पूर्णाराम मेघवाल, मोहन पोकरराम मेघवाल, आसुराम मेघवाल, कानाराम पेमाराम के मकान ध्वस्त हो गए और इन परिवारों के जीवनयापन के लिए भी मुश्किल खड़ी हो गई है। ग्रामीणों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
गांव मोमासर में बड़ा नुकसान, आंकलन शेष है।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गुरुवार को जमकर बरसे बादलों से मोमासर में 3 मकान ढह गए थे और आज फिर बरसात आफत बन कर बरसी के गांव के हालात बेकाबू हो गए। अलसुबह ही उपसरपंच जुगराज संचेती ने युवाओं को बुलाया व राहत कार्यों में जुटें रहें। देर शाम तक उनकी टीम पानी निकालने, गड्ढे भरवाने के कार्य कर रही थी। संचेती ने बताया कि भारी नुकसान हुआ है और सरकार गरीब परिवारों की सहायता कर उन्हें संबल देवें। उन्होंने कहा यदि अब पुनः ऐसी बरसात हुई तो हालात विकट हो जाएंगे।
गांव सातलेरा में भरा पानी, हालात बेकाबू, ढहे मकान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गुरुवार और शुक्रवार की बरसात ने सातलेरा में ग्रामीणों की नींदे उड़ा दी है। कई कच्चे मकान गिर गए व घरों में पानी घुसने से परेशान ग्रामीण पानी निकालने में जुटें रहें। आज यहां एक निजी विद्यालय में पानी भरने की सूचना से एकबारगी परिजनों में हड़कंप सा मच गया। संचालक ने विद्यालय में छुट्टी कर छात्र छात्राओं को पानी से निकाल कर घरों को पहुंचाया। यहां कुंभाराम, किशनलाल, भगवानाराम के कच्चे मकान ढह गए तथा कई घरों की दीवारें गिर गई। गांव के सोहन लाल मेघवाल का मकान गिरने की कगार पर खड़ा है। ग्रामीण पंपसेट, बूस्टर, तथा टैंकरों के माध्यम से पानी निकालने में जुटे हुए हैं। गांव में बनी पुरानी छतरियां बरसात से ढह गई है।
बिरमसर जालबसर में गिरे मकान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव बिरमसर जालबसर से करीब 15 से 20 मकानों में भारी नुकसान की सूचनाएं है। बिरमसर में मोटाराम हुड्डा, कालुराम नायक, धन्नाराम नायक , सांवरमल नायक, नानुराम, हरिराम, लिछुराम, गोपाला राम नायक, अशोक कुमार के पुराने बने मकान ढह गए। जालबसर में भी बड़ी संख्या में मकानों को नुकसान हुआ व ग्रामीण भारी परेशानियों का सामना कर रहें है।