श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। 8 मई,2019। महाराष्ट्र के अहमदनगर के परनेर गांव में पिता, मामा, चाचा ने मिल कर प्रेम विवाह के नवदम्पति को जिंदा जला दिया। ऑनर किलिंग का ये मामला एक बार फिर दुनिया के सामने उठ खड़ा हुआ है। ओबीसी में लौहार जाति के मंगेश व एससी के पासी जाति की रुक्मणी ने छह माह पूर्व प्रेम विवाह किया। मंगेश के परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया पर रुक्मणी का परिवार लगातार उन्हें धमकियां दे रहा था। इस बाबत दोनों ने परनेर थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई। रुक्मणी की माँ ने उसे घर बुलाया और मार-पिट की। जब उसने अपने पति को बुलाया तो दोनों को रस्सियों से बांध दिया। और पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। पड़ोसियों ने दर्दनाक चीखे सुनी तो एम्बुलेंस को बुलाया ओर पुणे के ससून अस्पताल में भर्ती करवाया। 60-65 फीसदी जल चुकी रुक्मणी ने अपनी जान देकर परिवार की नफरत को बुझाया। मंगेश के शरीर का 40-45 फीसदी हिस्सा जलने के बाद वह जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है।
ऑनर किलिंग का ये भयावह चेहरा जो सभ्य समाज को घृणित आईना दिखाता है। ये क्या सभ्य कहलाने वाले लोकतांत्रिक समाज मे कहाँ तक उचित है।