श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 20 अक्टूबर 2022। हाड़ गला देने वाले बर्फिले तफानों को हरा कर माउंट एवरेस्ट पर तीन बार तिरंगा फहराने वाली, नेपाल व चाइना दोनों ओर के मार्ग से एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली बेटी और मॉटिवेशनल वक्ता के रूप में सेमिनार लेने वाली हरियाणा की अनिता कुंडू आज श्रीडूंगरगढ़ आई। अनिता सुबह सेवा धाम पहुंची व बच्चों से मिली। उन्होंने बच्चों के सभी सवालों के जवाब दिए। छात्रावास की बालिकाओं को जीवन संघर्ष से हार नहीं मानने और लक्ष्य के प्रति निष्ठा से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कुंडू ने कहा कि बालिका होना आज भी अपने आप में एक संघर्ष है परंतु सोना तपकर ही उच्चता को पाता है। विपरीत परिस्थितियों में आगे बढ़ना ही मानव जीवन की पहचान है। उन्होंने कहा कि महिलाएं मुसीबत के आगे समर्पण ना करें क्योंकि वे मानव जीवन की सृजक है और कमजोर नहीं वरन असीम शक्ति का स्रोत है। उन्होंने पर्वतारोहण से जुड़ी अनेक जानकारियां बच्चों को दी। उन्होंने अनेक सवालों का जवाब देते हुए बताया कि पर्वतारोहण भी खेलों की श्रेणी में है चार पांच वर्ष के कठिन अभ्यास से पर्वतारोही बना जा सकता है। उन्होंने बताया कि एवरेस्ट चढ़ने के दौरान करीब 2 माह बर्फ में रहना, घर परिवार दुनिया से संपर्क कट जाना, 35 के.जी. वजन लेकर पहाड़ चढ़ना, बर्फीले तूफानों से संघर्ष, रात 12 बजे बाद चढ़ाई प्रारंभ करना, दिन में धूप के कारण रेस्ट करना, ऑक्सीजन की कमी में आगे बढ़ना कठिन होता है परन्तु जीवन में जीत की जिद के आगे सब कठिनाइयां झुक जाती है। उन्होंने अपने अनुभव बच्चों के साथ साझा किए। इस दौरान समिति के जिला मंत्री सुभाष शास्त्री, भाजपा नेता तोलाराम जाखड़ सहित अनेक मौजिज नागरिक उपस्थित रहें। सेवा धाम के बच्चों सहित समिति के लक्ष्मीनारायण भादू ने कुंडू का आभार प्रकट किया। कुंडू ने जयपुर पब्लिक स्कूल में भी बच्चों को समय की कद्र करने व नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी। स्कूल के निदेशक कुंभाराम घिंटाला ने उनका आभार जताया व विद्यार्थियों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। कुंडू ने सेसोमू गर्ल्स कॉलेज की युवतियों को सकारात्मक विचार के साथ मेहनत करने व जीवन मे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कुंडू ने सेसोमू स्कूल के वार्षिकोत्सव में भी भाग लिया।