April 19, 2024

श्रीडूंगरगढ टाइम्स 26 अप्रेल 2020। आज बात करते है हमारे क्षेत्र में महर्षि दधीचि सा मानवता की भलाई में अपनी देह त्याग करने को आतुर एक दंपति की जिन्होने कोरोना वायरस से देश की जंग में न्यौछावर होने का फैसला लिया है। आज क्षेत्र में सरकारी शिक्षिका निशा अहलावत ने अपने पति जसवीर सिंह अहलावत के साथ मानव हित में दधीचि बनने का प्रण लेकर मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को पत्र लिखा है। बिग्गाबास रामसरा गांव में सरकारी विद्यालय मे कार्यरत अध्यापिका निशा और उनके पति जसवीर ने भारत में कोरोना वायरस से संबंधित शोध व वैक्सीन की टैस्टिंग के लिए अपनी देह दान करने का घोषणा पत्र सरकार व विभाग को भेज दिया है। मूलत झुंझुनूं निवासी जसवीर भूतपूर्व सैनिक के पुत्र है और देश के लिए सर्वस्व बलिदान करना उन्होने पिता से संस्कारों में पाया है। क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बना चुके जसवीर ने सरकारी विद्यालय में पाँच सौ से अधिक वृक्ष लगा कर धरती की सेवा का कार्य किया है। आज निशा कुमारी ने टाइम्स से बातचीत में बताया कि कोरोना वायरस की इस वैश्विक महामारी में प्रदेश के चिकित्सकों व शोधकर्ताओं को मानव शरीर की आवश्यकता है उनमें हम अपना शरीर शोध व परीक्षण व प्रयोग करने देने के लिए तैयार है। टाइम्स द्वारा ये भाव कैसे मन में आया पूछे जाने पर गर्व से भर कर निशा ने कहा कि देश सेवा का यह स्वर्णिम अवसर है और हम किसी कीमत पर इसे खोना नहीं चाहते। सैनिक पिता की संतान जसवीर ने कहा कि ये हमारा फैसला है कि राष्ट्रहित में कोविड-19 से जंग में देश को जिताने के लिए कोरोना के शोध व परीक्षण के लिए हमारे शरीर पर प्रयोग की अनुमति देते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!