श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 जनवरी 2021। 21 दिसम्बर के दिन अलसुबह अंधेरे में पालिका द्वारा पुलिस बल के साथ सारस्वत कुण्डिया ट्रस्ट की भूमि पर की गई तोड़ फोड़ अब श्रीडूंगरगढ़ प्रशासन के लिए शर्मनाक कार्रवाई का विषय बनता जा रहा है। राजनैतिक शह पर पालिका द्वारा की गई इस कार्रवाई के विरोध में श्रीडूंगरगढ़ सहित, जिले, प्रदेश व देश में विभिन्न स्थानों से आवाज उठ रही है। सोमवार को तो पालिका की इस कार्रवाई के विरोध में बीकानेर के स्वतंत्रता सेनानी रामनारायण शर्मा की वीरांगना कमला देवी अपनी बुजुर्ग अवस्था में कलेक्टर के यहां पहुंच गई। कमलादेवी ने कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए रुंधे गले से यही सवाल पूछा कि क्या इसी दिन के लिए उनके पति ने बलिदान देकर आजादी की जंग लड़ी थी। स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान में कमला देवी की बात सुनने जिलाकलेक्टर नमित मेहता स्वयं अपने ऑफिस से बाहर आए व उनकी गाड़ी तक आकर उनकी बात सुनी, उनसे ज्ञापन लिया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। कमला देवी ने कहा कि हमारे पुर्वजों द्वारा बसाया गया सरसगढ़ आज के श्रीडूंगरगढ़ में सारस्वत समाज के खिलाफ राजनीतिक ईशारे से की गई द्वेष्तापूर्ण कार्रवाई के लिए दोषी अधिकारियों को निलम्बित किया जाए। कमला देवी ने जिलाकलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा कि हमारे परिवारजनों ने लोकतंत्र में सबको समान रूप से आजादी के लिए अपने प्राणो का उत्सर्ग दिया। परन्तु आज श्रीडूंगरगढ में जिसकी लाठी उसकी भैंस की परिपाटी प्रारम्भ करने का जरिया बने तानाशाही अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आपने कार्रवाई नहीं की तो सभी स्वतंत्रता सेनानी साथियों के साथ मुख्यमंत्री आवास के सामने धरने पर बैठुंगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी बीकानेर जिला प्रशासन की होगी।